
सीएम धामी ने कारगिल विजय दिवस पर वीर शहीदों को किया नमन,(फोटो साभार: X@DIPR_UK)
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर देशभर में बलिदानियों की याद में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को गांधी पार्क, देहरादून में कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) के अवसर पर शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कारगिल शहीदों के परिवारजनों को भी सम्मानित किया।
कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने चमोली जिले के कालेश्वर में ई.सी.एच.एस एवं सैनिक विश्राम गृह का निर्माण किए जाने और नैनीताल में सैनिक विश्राम गृह बनाए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा, कि उपनल के माध्यम से पूर्व सैनिकों को रोजगार के लिए विदेश भेजा जाएगा, जिसमें 50 प्रतिशत सिविलियन भी होंगे।
कारगिल विजय दिवस पर गांधी पार्क देहरादून में अमर शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी एवं पूर्व सैनिकों, बलिदानियों के आश्रितों को सम्मानित किया। सैनिकों की मांग पर सीमांत जनपद चमोली के कालेश्वर में ईसीएचएस और विश्राम गृह एवं नैनीताल में सैनिक विश्राम गृह का निर्माण किया… pic.twitter.com/pK9VLqAKdu
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 26, 2025
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने शहीद जवानों को नमन करते हुए अपने संबोधन में कहा, कि वीर जवानों ने जिन उद्देश्यों के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया, उन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा, कि जवानों के परिवारों के लिए, पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए और उनके परिजनों के कल्याण के लिए अनेक काम किए जा रहे है।
सीएम धामी ने कहा, कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से तमाम निर्णय लिए जा रहे है। उत्तराखंड एक सैनिक बाहुल्य राज्य है। ऐसे में सैनिकों के उत्थान के लिए काम करना सरकार का कर्तव्य है। मुख्यमंत्री ने कहा, कि चमोली में ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक और सैनिक विश्राम गृह बनाए जाने के साथ ही नैनीताल में सैनिक विश्राम गृह बनाए जाने की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर जवानों को देश हमेशा याद रखेगा। कारगिल की घाटियों, पहाड़ों और हवाओं में भारत के जवानों का दुश्मन के खिलाफ किया गया युद्ध, आज भी उसी वेग से गूंज रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया, कि कारगिल युद्ध में वीरभूमि उत्तराखण्ड के 75 जवान शहीद हुए थे।
सीएम धामी ने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के जवानों का मनोबल बढ़ाने के साथ ही सेना को अत्याधुनिक तकनीकों और हथियारों से लैस किया जा रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से मात्र चार दिनों में पाकिस्तान को घुटनों के बल पर लाकर खड़ा कर दिया था।
उन्होंने कहा, कि ऑपरेशन सिंदूर से दुश्मनों को साफ संदेश दिया कि भारत की बहन-बेटियों के सिंदूर उजाड़ने वालों का नामो निशान मिटा दिए जाते हैं। हमारी सेना दुश्मन की गोली का जवाब गोलों से देती है। मुख्यमंत्री ने कहा, यह नया भारत है जो दुश्मनों की हर नापाक हरकत का करारा जवाब देता है।
सीएम धामी ने कहा, कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वन रैंक-वन पेंशन योजना, नेशनल वॉर मेमोरियल का निर्माण, रक्षा बजट में वृद्धि एवं बॉर्डर पर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किए जाने से संबंधित कई निर्णय लिए गए हैं।
"आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमारी सेना आत्मनिर्भर बन रही है। हमारे हथियार अन्य देशों की सेना से कई गुना बेहतर हैं। आज का भारत गोली का जवाब गोलों से देता है।": माननीय मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी।#KargilVijayDiwas pic.twitter.com/ULKxRAeubn
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) July 26, 2025
उन्होंने कहा, कि राज्य सरकार ने शहीदों के आश्रितों को मिलने वाली अनुग्रह राशि को 10 लाख रुपए से बढ़ाकर 50 लाख रुपए, परमवीर चक्र से लेकर मेन्सन इन डिस्पैच तक सभी वीरता पुरस्कारों से अंलकृत सैनिकों को दी जाने वाली एकमुश्त तथा वार्षिक धनराशि में भी वृद्धि की है। परमवीर चक्र विजेताओं की अनुग्रह राशि 50 लाख से बढ़ाकर डेढ़ करोड़ की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा, कि शहीदों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी में समायोजित किया जा रहा है और इसके लिए आवेदन करने की अवधि को भी 2 वर्ष से बढ़ाकर 5 वर्ष कर दिया गया है। राज्य में वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों और पूर्व सैनिकों के लिए परिवहन निगम की बसों में यात्रा की निःशुल्क व्यवस्था करने के साथ सेवारत व पूर्व सैनिकों हेतु 25 लाख रुपए तक की सम्पत्ति की खरीद पर स्टाम्प ड्यूटी में 25 प्रतिशत की छूट भी प्रदान की जा रही है।
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सेनाएं बहुत मजबूत हुई हैं। कारगिल युद्ध में सैकड़ों जवान शहीद हुए, जिसमें हमारे राज्य के 75 जवान शहीद हुए थे। इसमें 31 शहीद जवान देहरादून क्षेत्र के थे। उन्होंने बताया, कि उत्तराखंड के अब तक 1831 जवान शहीद हुए हैं, जिनमें से 1528 जवानों को वीरता पुरस्कार मिला है।
सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा, कि 344 विशिष्ट सेवा पदक हमारे उत्तराखण्ड के वीर जवानों को मिले हैं। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर सैनिकों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। राज्य सरकार द्वारा शहीद जवानों के परिवार के एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने का कार्य किया गया है। जिसके माध्यम से अब तक 37 लोगों को रोजगार मिला है।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक खजान दास, विधायक श्रीमती सविता कपूर, दायित्वधारी श्रीमती विनोद उनियाल, सचिव सैनिक कल्याण दीपेंद्र चौधरी, मेजर जनरल सम्मी सबरवाल (से.नि), निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर अमृत लाल(से.नि), एमडी उपनल ब्रिगेडियर जे.एस.बिष्ट, (से.नि), ब्रिगेडियर के.जी बहल, (से.नि), जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल, एसएसपी अजय सिंह अन्य सैन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक एवं शहीदों के परिवारजन उपस्थित रहे।