टिहरी झील में वाटर स्पोर्ट्स का रोमांच, (फोटो साभार: (X@airnews_ddn) फाइल चित्र
टिहरी झील में तीन दिवसीय क्यायकिंग और केनोइंग की अंतरराष्ट्रीय साहसिक जल क्रीड़ा प्रेसिडेंट कप प्रतियोगिता का शुभारंभ हो गया है। प्रतियोगिता में भारत सहित 22 देशों के लगभग 300 खिलाड़ी शामिल हो रहे है। THDC इंडिया लिमिटेड और भारतीय कयाकिंग व केनोइंग एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित प्रतियोगिता का समापन सीएम धामी 30 नवंबर को करेंगे।
शुक्रवार (28 नवंबर 2025 ) को नई टिहरी के कोटी कालोनी में अंतरराष्ट्रीय साहसिक जल क्रीड़ा प्रतियोगिता का टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय, पालिकाध्यक्ष मोहन सिंह रावत, एशियन कयाकिंग एवं कैनोइंग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रशांत कुशवाहा, उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डॉ. डीके सिंह, टीएचडीसी के सीजीएम एमके सिंह, डॉ. एएन त्रिपाठी ने शुभारंभ किया।
इंटरनेशनल प्रीडेंट्स कप और चौथे टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप के शुभारंभ अवसर पर टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा, कि टिहरी झील साहसिक खेलों का विशिष्ट स्थल बनता जा रहा है। टिहरी वाटर स्पोर्ट्स और 38वें नेशनल गेम्स के सफल आयोजन के बाद अब अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता यहां कराई जा रही हैं।
किशोर उपाध्याय ने बताया, कि बीते दिवस भारत सरकार के खेल सचिव और उनकी टीम ने टिहरी और कोटेश्वर झील का निरीक्षण कर इसे कॉमनवेल्थ सहित अन्य गेम्स के आयोजन के लिए चिन्हित किया है। उन्होंने कहा, कि यह टिहरी के लिए बड़ी बात है।
ओलंपिक संघ उत्तराखंड के महासचिव डॉ. डीके सिंह ने बताया, कि इंडोनेशिया, किर्गिस्तान, फिलीपींस, अर्मेनिया, श्रीलंका, यूक्रेन, हंगरी, यूएई, कजाकिस्तान, ट्यूनेशिया समेत 22 देशों के 300 से अधिक एथलीट कयाकिंग और कैनोइंग की विभिन्न स्पर्धाओं में प्रतिभाग कर रहे है। श्रीलंका के कयाकिंग प्लेयर सिहथ ने भी टिहरी झील की लोकेशन की खूब तारीफ की है।
श्रीलंकाई एथलीट ने बताया, कि उनका देश चारों ओर से समुद्र से घिरा है, लेकिन टिहरी झील जैसा प्राकृतिक सौंदर्य उन्होंने पहली बार देखा है। वे टिहरी की खूबसूरती के फैन हो गये हैं। वहीं टीएचडीसी और आईकेसीए ने संयुक्त प्रयास द्वारा झील को आकर्षक रूप से सजाकर खिलाड़ियों और पर्यटकों के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया गया है।
टीएचडीसी के डीजीएम एवं कार्यक्रम समन्वयक मोहन सिंह ने बताया, कि तीन दिनों तक झील में विभिन्न वर्गों की ओपन कयाकिंग व केनोइंग स्पर्धाएं आयोजित होंगी, जिनमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी।
बता दें, कि पिछले कुछ वर्षों से टीएचडीसी की पहल पर टिहरी झील में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है।

