
उत्तराखंड के 96 महाविद्यालयों में हुए छात्रसंघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए एक बार फिर अपना परचम लहराया है। इन चुनावों ने यह भी सिद्ध किया, कि राज्य की युवा शक्ति राष्ट्रवादी विचारधारा के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़ी है। छात्रसंघ चुनाव को लेकर छात्र-छात्राओं में गजब का उत्साह नजर आया।
उत्तराखंड के सबसे बड़े महाविद्यालय डीएवी पीजी मे संपन्न हुए छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर एक बार फिर से एबीवीपी का कब्जा हो गया है। यहां एबीवीपी के ऋषभ मल्होत्रा ने एनएसयूआई के हरीशचंद्र जोशी को 657 मतों से करारी शिकस्त दी है। दो वर्ष बाद हुए छात्र संघ चुनाव में छात्र राजनीति और उनसे जुड़े संगठनों के बीच वर्चस्व को लेकर खींचतान चरम पर रही।
छात्रसंघ अध्यक्ष के 54 पदों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कब्जा जमाया, वहीं 27 महाविद्यालयों में एबीवीपी पहले ही निर्विरोध अध्यक्ष का चुनाव जीत चुकी है। इस प्रकार एबीवीपी ने अध्यक्ष के 81 पदों पर कब्जा जमाया। जबकि एनएसयूआई को अध्यक्ष के 26 पदों पर ही संतोष करना पड़ा। इसके अलावा 16 पदों पदों पद निर्दलीय एवं अन्य संगठनों ने जीत दर्ज की।
छात्रसंघ चुनाव में ABVP प्रत्याशियों की जीत पर खुशी व्यक्त करते हुए सीएम धामी ने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा, “प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों में हुए छात्रसंघ चुनावों में एबीवीपी को मिली प्रचंड विजय यह स्पष्ट करती है, कि उत्तराखंड का युवा शक्ति राष्ट्रवाद के पथ पर अडिग है। यह सिर्फ चुनावी जीत नहीं बल्कि विभाजनकारी सोच से ग्रसित षड्यंत्रकारी शक्तियों को करारा जवाब है।”
प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों में हुए छात्रसंघ चुनावों में @ABVPVoice को मिली प्रचंड विजय यह स्पष्ट करती है कि उत्तराखण्ड की युवा शक्ति राष्ट्रवाद के पथ पर अडिग है। यह सिर्फ़ चुनावी जीत नहीं बल्कि विभाजनकारी सोच से ग्रसित षड्यंत्रकारी शक्तियों को करारा जवाब है।
ABVP के सभी… pic.twitter.com/x7rQwNOVCp
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 27, 2025
उन्होंने कहा, कि एबीवीपी के सभी विजयी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ। युवाओं ने एक बार फिर दिखा दिया, कि उनका अटूट विश्वास राष्ट्रवादी विचारधारा, छात्रहितों की रक्षा और संगठनात्मक शक्ति पर ही है। मुझे पूर्ण विश्वास है, कि हमारी युवाशक्ति नैतिक मूल्यों की रक्षा करते हुए उत्तराखण्ड को सशक्त बनाने हेतु अग्रिम पंक्ति में खड़ी रहेगी।
वहीं छात्रसंघ चुनावों को लेकर पुलिस-प्रशासन ने किसी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए पूरी तैयारियां की हुई थी। प्रदेश के सबसे बड़े महाविद्यालय डीएवी पीजी कालेज में चुनाव के मद्देनजर सर्वे चौक से कॉलेज गेट तक बैरिकेडिंग की गई थी और हर चौराहे पर सुरक्षा बल तैनात रहा। वहीं कालेज के गेट पर कॉलेज प्रशासन और अध्यापक भी मुस्तैदी से डटे रहे।
इस दौरान कई फर्जी वोटर भी गेट पर ही पकड़ लिए गए। दरअसल, कॉलेज का फर्जी आई कार्ड बनाकर भी कुछ युवक पहुंचे हुए थे, जिन्हें गेट पर ही रोक कर वापस लौटा दिया गया। वहीं कुछ छात्र किसी अन्य का पहचान पत्र लेकर मतदान के लिए पहुंचे हुए थे, सतर्कता के चलते उक्त छात्रों को गेट पर ही पकड़ लिया गया। कॉलेज के गेट पर करीब 40 से अधिक फर्जी वोटर पकड़े गए।