
नितिन देव हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा,(फोटो साभार: X/@ANINewsUP)
ऋषिकेश के तपोवन स्थित डीकोन वैली में 7 मई को हुए रिजॉर्ट स्वामी हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। बता दें, कि देर रात अपने कैफे से वापस लौट रहे रिजॉर्ट स्वामी नितिन देव की दो अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। कत्ल की इस वारदात में सनसनीखेज जानकारी सामने आई है, कि हत्या की साजिश जेल में बंद उसके पड़ोसी ने ही रची थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल आयुष अग्रवाल ने बताया, पुलिस की तफ्तीश के दौरान सामने आया है, कि मृतक के पड़ोसी ने जेल के भीतर से ही इस हत्याकांड की योजना को अंजाम दिया। उसने जेल में शातिर बदमाशों के जरिए दो शूटर्स को कत्ल की सुपारी दी थी। इन शूटर्स से बातचीत कर मध्यस्थता कराने वाले बिचौलिये को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
For this excellent disclosure made by the Tehri Police in a short time, Director General of Police Uttarakhand Deepam Seth has announced to reward the police team with a cash amount of Rs 50,000 to encourage them. Along with this, instructions have also been given to SSP Tehri to… https://t.co/8ythcHGhbp
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 17, 2025
एसएसपी ने बताया, मूल रूप से नोएडा यूपी का निवासी नितिन देव तपोवन स्थित डिकोन वैली के अपने फ्लैट में पिछले 10 सालों से रह रहा था। उसका चीला भोगपुर में जीवन उत्सव नाम का रिजॉर्ट था। साथ ही ऋषिकेश के वीरभद्र मार्ग आस्था पथ पर हाइड आउट नाम से कैफे भी था। बीते बुधवार 7 मई की देर रात जब वह अपने फ्लैट की ओर लौट रहा था, तो इसी दौरान दो अज्ञात बदमाशों ने नितिन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल ने बताया, कि वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी स्कूटी से फरार हो गए। पुलिस की प्रारंभिक जांच में हत्याकांड को संपत्ति के विवाद से जोड़कर देखा जा रहा था। हालांकि पुलिस की अलग-अलग टीमें हत्या के अन्य कारणों की जांच भी कर रही थी। पुलिस ने जाँच आगे बढ़ाई, तो नितिन की सोसाइटी में रहने वाले विपिन नैय्यर का नाम सामने आया।
एसएसपी ने बताया, नितिन देव की हत्या के मामले में पुलिस ने विमलेश उर्फ विकास जयप्रकाश निवासी ग्राम सारण थाना शाहपुर जिला भोजपुर बिहार को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया, कि डेक्कन वैली सोसाइटी को लेकर नितिन देव का वहीं रहने वाले एक अन्य शख्स विपिन नय्यर पुत्र सुरेंद्र कुमार के साथ सोसाइटी में वर्चस्व को लेकर विवाद चल रहा था।
पुलिस के अनुसार, विपिन नय्यर को सितंबर 2024 में कोतवाली ऋषिकेश से पॉक्सो के एक मामले में देहरादून स्थित सुद्धोवाला जेल भेज दिया गया था। लगभग 6 महीने जेल में बिताने के बाद विपिन जनवरी के महीने में जमानत पर बाहर आया। उसे इस बात का शक था, कि इस मामले में उसे नितिन देव ने फंसाया है।
विपिन नय्यर को संदेह था, कि पॉक्सो के मामले में संबंधित महिला को नितिन देव मदद कर रहा था। इसके बाद उसने नितिन देव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई और वारदात को अंजाम देने से कुछ दिन पहले 24 अप्रैल को जमानत तुड़वाकर फिर से जेल चला गया। एसएसपी ने बताया, कि जेल में उसका संपर्क देहरादून रायपुर, डोभाल चौक हत्याकांड में शामिल आरोपी रामवीर सिंह और मनीष से हुआ।
जेल से बाहर आने के बाद विपिन नय्यर ने इन अपराधियों के साथ संपर्क साधा। इस दौरान उसकी मुलाकात रामवीर के साथी विमलेश उर्फ विकास से हुई। पुलिस की गिरफ्त में आये विमलेश ने पूछताछ में बताया, कि विपिन नय्यर के साथ उसकी कई बार कश्मीरी गेट दिल्ली और द्वारका मेट्रो स्टेशन दिल्ली सहित ऋषिकेश में मीटिंग हुई।
इसके बाद विमलेश ने विपिन को दो सुपारी किलर से मिलवाया। विपिन ने नितिन देव की हत्या करने के एवज में शूटर्श को एक मोटी रकम और मकान देने की बात कही। सुपारी किलर्स ने योजना को अंजाम देने के लिए कई दिनों तक नितिन देव की रेकी की और 7 मई की देर रात शूटर्श ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस ने दोनों भाड़े के हत्यारों की भी पहचान कर ली है। हालांकि, अभी शूटरों के नाम का खुलासा नहीं किया है। कत्ल की सुपारी समेत अन्य जानकारियों के लिए पुलिस जेल में बंद दोनों आरोपितों को डिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।