
PM मोदी पहुंचे माँ गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा, (चित्र साभार : ANI)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार (6 मार्च 2025) को चारधाम शीतकालीन यात्रा का संदेश देने के लिए उत्तराखंड के सीमांत जिले उत्तरकाशी पहुंचे। एक दिवसीय शीतकालीन यात्रा पर उत्तरकाशी पहुंचे पीएम मोदी ने मुखवा और हर्षिल से उत्तराखंड में शीतकालीन तीर्थाटन और पयर्टन की जोरदार ब्रांडिंग करते हुए तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों को विंटर सीजन में उत्तराखंड आने का निमंत्रण दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को सुबह भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से जौलीग्रांट स्थित देहरादून एयपोर्ट पहुंचे। यहां से उन्होंने एमआई-17 से उत्तरकाशी के लिए उड़ान भरी। पीएम मोदी ने सबसे पहले शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा में दर्शन किए। उन्होंने लगभग ब बीस मिनट तक गर्भगृह में पूजा-अर्चना की। इसके बाद पीएम मोदी ने हर्षिल की खूबसूरत वादियों का दीदार किया।
एक दिवसीय दौरे पर उत्तरकाशी पहुंचे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मुखवा गांव में मां गंगा के शीतकालीन गद्दी स्थल पर पूजा-अर्चना कर देशवासियों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की। प्रधानमंत्री ने धार्मिक विधि-विधान से मां गंगा की पूजा कर भोग चढ़ाया। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने… pic.twitter.com/pt5JNr6F3O
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पीएम मोदी ने मुखबा मंदिर और हर्षिल व्यू प्वाइंट से वादियों का निहारा। इसके बाद पीएम ने हर्षिल में ट्रैकिंग व बाइक रैली को फ्लैग ऑफ किया। गंगा आरती के बाद प्रधानमंत्री ने हर्षिल में जनसभा को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले हाल ही में माणा में हुए हिमस्खलन में दिवंगत लोगों के प्रति दुख: व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “सबसे पहले मैं माणा गांव में कुछ दिन पहले हुए हादसे पर अपना दुःख व्यक्त करता हूं। मैं हादसे में जान गंवाने वाले साथियों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं। संकट की घड़ी में देश के लोगों ने जो एकजुटता दिखाई है, उससे पीड़ित परिवारों को बहुत हौंसला मिला है।”
सबसे पहले मैं माणा गांव में कुछ दिन पहले हुए हादसे पर अपना दुःख व्यक्त करता हूं।
मैं हादसे में जान गंवाने वाले साथियों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।
संकट की घड़ी में देश के लोगों ने जो एकजुटता दिखाई है, उससे पीड़ित परिवारों को बहुत हौंसला मिला है।
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पीएम मोदी ने कहा, “मां गंगा की कृपा से ही मुझे दशकों तक उत्तराखंड की सेवा का सौभाग्य मिला है। मैं मानता हूं कि उन्हीं के आशीर्वाद से मैं काशी तक पहुंचा और अब सांसद के रूप में काशी की सेवा कर रहा हूं।” उन्होंने कहा, “इसीलिए मैंने काशी में कहा भी था कि मुझे मां गंगा ने बुलाया है। कुछ महीने पहले मुझे ये भी अनुभूति हुई कि जैसे मां गंगा ने मुझे अब गोद ले लिया है। ये मां गंगा की ही दुलार है, अपने इस बच्चे के प्रति उनका स्नेह है कि आज मैं उनके मायके मुखवा गांव आया हूं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, कुछ साल पहले जब मैं बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए बाबा के चरणों में गया था, तो बाबा के दर्शन-अर्चन के बाद मेरे मुंह से अचानक कुछ भाव प्रकट हुए थे और मैं बोल पड़ा था कि ये दशक उत्तराखंड का दशक होगा। पीएम मोदी ने कहा, “वो शब्द मेरे थे, भाव मेरे थे लेकिन उनके पीछे सामर्थ्य देने की शक्ति स्वयं बाबा केदारनाथ ने दी थी। मैं देख रहा हूं कि बाबा केदार के आशीर्वाद से धीरे-धीरे वो शब्द, वो भाव हकीकत में बदल रहे हैं। ये दशक उत्तराखंड का बन रहा है।”
उन्होंने कहा, “अभी कल ही केंद्रीय कैबिनेट ने केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट और हेमकुंड रोपवे प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। केदारनाथ रोपवे बनने के बाद जो यात्रा 8 से 9 घंटे में पूरी होती है, अब उसे लगभग 30 मिनट में पूरा कर लिया जाएगा। इससे बुजुर्गों, बच्चों के लिए केदारनाथ यात्रा और सुगम हो जाएगी।”
अभी कल ही केंद्रीय कैबिनेट ने केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट और हेमकुंड रोपवे प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है।
केदारनाथ रोपवे बनने के बाद जो यात्रा 8 से 9 घंटे में पूरी होती है, अब उसे लगभग 30 मिनट में पूरा कर लिया जाएगा।
इससे बुजुर्गों, बच्चों के लिए केदारनाथ यात्रा और सुगम हो जाएगी।… pic.twitter.com/un9AOY1pEY
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पीएम मोदी ने कहा, कि देशवासियों को शायद पता होगा कि 1962 में जब चीन ने भारत पर आक्रमण किया, तब हमारे ये दो गांव खाली कर दिए गए थे। लोग भूल गए, लेकिन हम नहीं भूल सकते। हमने उन दो गांवों को फिर से बसाने का अभियान चलाया है और बहुत बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अभिनव पहल के लिए सीएम धामी को बधाई देते हुए कहा, कि उत्तराखंड के लिए अपने टूरिज्म सेक्टर को बहूआयामी या बारामासी बनाना बहुत जरूरी है। उत्तराखंड में 365 दिन का पर्यटन जरूरी है। वो चाहते हैं कि उत्तराखंड में कोई भी पर्यटन सीजन ऑफ नहीं रहे, बल्कि हर सीजन में टूरिज्म ऑन रहे।