
फूलों की घाटी, (चित्र साभार: @hillmailtv)
मौसम साफ होने पर दो दिन बाद फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए खोल दी गई है। दो दिन से घांघरिया में रुके 299 पर्यटक घाटी पहुंचे। मौसम साफ होने पर पर्यटकों ने भी राहत की सांस ली है। दरअसल, भारी बारिश के कारण विश्व धरोहर फूलों की घाटी में पार्क प्रशासन ने पर्यटकों की आवाजाही पर सुरक्षा के मद्देनजर अस्थायी रोक लगा दी थी।
जानकारी के अनुसार, मौसम विभाग के रेड अलर्ट को देखते हुए वन विभाग ने फूलों की घाटी में छह से सात अगस्त को पर्यटकों की आवाजाही बंद रखी थी। मौसम सामान्य होने पर वन विभाग ने अब घाटी को खोल दिया है। वनक्षेत्राधिकारी चेतना कांडपाल ने बताया, कि मौसम सामान्य होने पर घाटी में पर्यटकों की आवाजाही शुरू कर दी गई है। शुक्रवार को 299 पर्यटक गए जिसमें आठ विदेशी भी शामिल हैं।
बता दें, कि विश्व धरोहर स्थल फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान में मंगलवार 5 अगस्त को दोपहर बाद उच्च हिमालयी लोकपाल घाटी में बारिश के चलते वैली ऑफ फ्लावर्स के प्रवेश द्वार से आगे घूसा नाला उफान पर आ गया था। जिसके चलते नाला पार करने के लिए बनी अस्थायी पुलिया बहने से घाटी से लौट रहे पर्यटक दूसरे छोर पर फंस गए। पर्यटकों को पार्क कर्मियों ने जान जोखिम में डालकर सकुशल रेस्क्यू किया।
फूलों की घाटी उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित हैं और इसे धरती का स्वर्ग कहा जाता है। फ्लावर ऑफ वैली ट्रेकिंग और प्राकृतिक रूप से खिलने वाले रंग-बिरंगे फूलों के लिए दुनिया भर में मशहूर है। फूलों की घाटी जून से सितंबर महीने तक खुली रहती है और यहां 500+ प्रजातियों के रंग-बिरंगे प्राकृतिक फूल बरबस ही पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करते है।