शीतकाल के लिए बंद हुए द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट
पंच केदार में द्वितीय मद्महेश्वर मंदिर के कपाट मंगलवार (18 नवंबर 2025) को प्रातः काल शुभ लग्न पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। कपाट बंद होने के बाद भगवान मद्महेश्वर की उत्सव डोली ने स्थानीय वाद्य यंत्रों ढोल-दमाऊ के साथ शीतकालीन गद्दीस्थल पंचकेदार ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान किया।
द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट मंगलवार मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्दशी स्वाति नक्षत्र के शुभ मुहूर्त में खुले। पूजा-अर्चना के बाद सात बजे से कपाट बंद ही प्रक्रिया शुरू हुई। इसके पश्चात पुजारी शिवलिंग ने बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल, बीकेटीसी सदस्य एवं पंच गौंडारी हकहकूकधारियों की उपस्थिति में मद्महेश्वर के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप दिया।
द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए मंगलवार सुबह 8 बजे शुभ मुहूर्त में हुए बंद।#Madhmaheshwar #DwitiyKedar #Ukhimath #BKTC #DoliYatra #MadhmaheshwarMela #Rudraprayag #DevbhoomiUttarakhand pic.twitter.com/Ldw9bUkrEr
— Shri Badarinath -Kedarnath Temple Committee #BKTC (@BKTC_UK) November 18, 2025
स्थानीय पुष्पों और राख से ढकने के बाद प्रातः आठ बजे जयघोषों के बीच मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए गए। कपाट बंद होने के उपरांत मद्महेश्वर की चल विग्रह डोली ने भंडार निरीक्षण व मंदिर परिक्रमा के बाद ढोल-दमाऊं की ध्वनि के साथ पहले पड़ाव गौंडार के लिए प्रस्थान किया।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने श्रद्धालुओं से मंदिरों के कपाट बंद होने तक शीतकालीन तीर्थस्थलों में दर्शन का पुण्य लाभ अर्जित करने की अपील की। मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया, कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बीच इस यात्रा वर्ष द्वितीय केदार मद्महेश्वर में बाईस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
कपाट बंद होने के बाद मद्महेश्वर की चल विग्रह डोली रात्रि प्रवास को लेकर पहले पड़ाव गौंडार के लिए रवाना हुई। 19 नवंबर बुधवार को भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली राकेश्वरी मंदिर रांसी तथा 20 नवंबर गुरुवार को गिरिया प्रवास करेगी। 21 नवंबर शुक्रवार को चल विग्रह डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी।
भगवान मद्महेश्वर की डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचने पर ऊखीमठ में तीन दिवसीय मद्महेश्वर मेला आयोजित होगा। जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। मद्महेश्वर मेला 20 नवंबर से शुरू होकर और 22 नवंबर तक चलेगा, जिसमें श्रद्धालु दूर-दूर से भगवान मद्महेश्वर जी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
