
स्वास्थ्य सचिव ने कोविड से बचाव के लिए दिए दिशा-निर्देश, (फोटो साभार: X/@ANINewsUP)
भारत में ओमिक्रोन का नया स्ट्रेन बनकर कोरोना एक बार फिर से वापसी की कोशिश कर रहा है। फिलहाल भारत समेत पूरी दुनिया में ओमिक्रोन JN.1 वैरिएंट आक्रामक बना हुआ है। इसी बीच देश के कई राज्यों में कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने पर उत्तराखंड सरकार भी अलर्ट हो गई है।
सोमवार को सचिवालय में हुई बैठक में सचिव स्वास्थ्य डाॅ. आर. राजेश कुमार ने स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ कोविड प्रबंधन की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए है, कि कोविड लक्षण वाले सभी मरीजों की रैपिड टेस्ट और आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य रूप से की जाएगी।
Dehradun, Uttarakhand | State Secretary for Medical Health and Medical Education Dr R Rajesh Kumar held a review meeting with senior departmental officials regarding COVID-19 management.
In the meeting, he instructed the officials to be fully prepared to deal with any possible… pic.twitter.com/GHDZhMTUHG
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 26, 2025
स्वास्थ्य सचिव ने निर्देश दिए, कि राज्य के सभी कोविड जांच केंद्रों में रैपिड व आरटीपीसीआर किट उपलब्ध कराई जाए। साथ ही किसी भी संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों में पूरी तैयारी रखी जाए।
बता दें, कि भारत में कोरोना के कई मामले सामने आ चुके है, जिसमें से अधिकतर मामले महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल से सामने आए है। अन्य प्रदेशों से उत्तराखंड आए तीन लोगों में कोविड की पुष्टि के बाद अब स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग ने चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों की कोविड जांच करने का निर्णय लिया है।
गौरतलब है, कि उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर प्रतिदिन लगभग 65 से 70 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे है, जिनमें से अधिकतर श्रद्धालु अन्य राज्यों से धामों के दर्शन करने आ रहे है। इसके चलते उत्तराखंड में कोविड के फैलने की संभावना बनी हुई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सभी सीएमओ को दिशा निर्देश जारी कर दिए है।
विशेषकर देहरादून, हरिद्वार, उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिले के सीएमओ को विशेष सावधानियां बरतने और अलर्ट रहने के निर्देश दिए है। साथ ही हेल्थ स्क्रीनिंग पॉइंट्स को निर्देश दिए है, कि अगर किसी श्रद्धालु में कोविड के लक्षण पाए जाते है, तो उनकी अनिवार्य रूप से कोरोना की जांच कराई जाए।