
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, (चित्र साभार : @pushkardhami) फाइल चित्र
उत्तरकाशी के धराली गांव में आई भीषण आपदा के बाद रेस्क्यू कार्य युद्धस्तर पर जारी है। आपदा प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करने के लिए धामी सरकार लगातार कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। इसी क्रम में सीएम धामी ने सोमवार (11 अगस्त 2025) को मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक के दौरान राज्य में आपदा प्रबंधन एवं सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, कि प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन, हिमस्खलन तथा अन्य प्राकृतिक आपदाओं की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों को तत्काल चिन्हित किया जाए, ताकि संभावित खतरे से पहले ही सतर्कता बरती जा सके। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए, कि इन चिन्हित संवेदनशील स्थलों पर किसी भी प्रकार की नई बसावट या नए निर्माण कार्य की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सीएम धामी ने कहा, कि प्रदेश के प्राकृतिक जल स्रोतों और नदियों और नालों के किनारों पर किसी भी प्रकार का सरकारी या निजी निर्माण कार्य प्रतिबंधित रहेगा। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए जाएं तथा इनके क्रियान्वयन की नियमित निगरानी की जाए।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक के दौरान राज्य में आपदा प्रबंधन एवं सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन, हिमस्खलन तथा अन्य प्राकृतिक आपदाओं की दृष्टि से संवेदनशील… pic.twitter.com/vXgGTOeQCk
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) August 11, 2025
मुख्यमंत्री धामी ने चेतावनी दी, कि इन निर्देशों का उल्लंघन करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, कि आपदा से बचाव के लिए रोकथाम के उपायों को प्राथमिकता दी जाए और संवेदनशील क्षेत्रों में जनहित को ध्यान में रखते हुए ठोस एवं प्रभावी कदम उठाए जाएं।
बता दें, कि, उत्तरकाशी जिले के धराली में बीती 5 अगस्त को आई जलप्रलय ने धराली बाजार को तबाह कर दिया है। धराली में सेना, आईटीबीपी, एनडीआरफ, एसडीआरएफ और पुलिस प्रशासन की टीमें युद्धस्तर पर राहत और बचाव अभियान चला रही है। मलबे के ढेर के नीचे दफन हो चुके धराली में बीते सात दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं रेस्क्यू ऑपरेशन की रोजाना पल-पल की अपडेट ले रहे है। गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय के मुताबिक, आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे करीब 1200 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। अब सरकार को प्रयास मलबे में दबी जिंदगियों को ढूंढना है। इसके अलावा आपदा पीड़ितों को राज्य सरकार की तरफ से पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद दी गई है।
वहीं धराली के मलबे में दबी जिंदगियों की तलाश अब राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (NGRI) का ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार करेगा। इसके लिए एनजीआरआई की विशेषज्ञ टीम धराली पहुंच गई। बता दें, कि एनजीआरआई ने इस साल फरवरी में तेलंगाना में एसएलबीसी सुरंग हादसे में फंसे लोगों का पता लगाने के लिए जीपीआर रडार का प्रयोग किया था।