
CM धामी ने गुप्तकाशी में बाल वैज्ञानिकों से किया संवाद, (फोटो साभार : X@DIPR_UK)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार (15 अक्टूबर 2025) को मिसाइल मैन भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर रुद्रप्रयाग के गुप्तकाशी में बॉर्डर माउंटेन चिल्ड्रन साइंस फेस्टिवल (सीमांत पर्वतीय बाल विज्ञान महोत्सव) के चौथे संस्करण के उद्घाटन समारोह में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर सीएम धामी ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया।
बाल विज्ञान महोत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम में सीएम धामी ने बाल वैज्ञानिकों से संवाद स्थापित करते हुए कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में उत्तराखंड में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार को प्रोत्साहित करने हेतु विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार नीति लागू की गई है।”
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में उत्तराखंड में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार को प्रोत्साहित करने हेतु विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार नीति लागू की गई है। प्रदेश के प्रत्येक जनपद में इनोवेशन सेंटर स्थापित किए जा रहे… pic.twitter.com/tn8v3j7KlQ
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 15, 2025
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “प्रदेश के प्रत्येक जनपद में इनोवेशन सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं, जहाँ एआई, मशीन लर्निंग एवं क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी आधुनिक तकनीकों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके साथ ही देहरादून में देश की पाँचवीं साइंस सिटी का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है, जो प्रदेश के वैज्ञानिक एवं शैक्षिक परिदृश्य को नई दिशा देगी।”
सीएम धामी ने अपने संबोधन में कहा, कि आज के इस अवसर पर मैं ‘मिसाइल मैन’, भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी की जयंती पर उन्हें नमन करता हूं। डॉ. कलाम का जीवन विज्ञान, संस्कार और संकल्प को समर्पित था। उन्होंने कहा, कि डॉ. कलाम ने बताया कि सपने वे होते हैं जो हमें जागने के लिए प्रेरित करते हैं और ये बाल विज्ञान महोत्सव उसी का एक प्रयास है।
उन्होंने कहा, कि हमारे सीमांत क्षेत्र भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सामरिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी का स्पष्ट दृष्टिकोण है कि नए भारत में गति और दिशा विज्ञान और तकनीक के नवाचारों पर ही निर्भर करेगी, और इसी दृष्टिकोण के कारण भारत ने विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में नई ऊचाइयों को छुआ है।
सीएम धामी ने कहा, कि आज देश में डिजिटल इंडिया अभियान के अंतर्गत एआई, मशीन लर्निंग और क्लाउड कंप्यूटिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह सभी भारत को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्होंने कहा, कि उत्तराखंड में भी विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार नीति लागू की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा, कि प्रदेश के 60 से अधिक डिग्री कॉलेजों में पेटेंट सुविधा केंद्र खोले जा रहे हैं। देहरादून में देश की पांचवीं साइंस सिटी बनने जा रही है, जो प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। उन्होंने कहा, कि सीमांत क्षेत्र के विकास के लिए सीमांत क्षेत्र परिषद का गठन किया जाएगा।
"सीमांत क्षेत्र के विकास के लिए सीमांत क्षेत्र परिषद का गठन किया जाएगा।": माननीय मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी। pic.twitter.com/833mGNrh4y
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) October 15, 2025
सीएम धामी ने कहा, कि उन्हें जवाहर नवोदय विद्यालय के लिए 50 लाख रुपये के योगदान का पत्र मिला। उन्होंने कहा, कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि स्कूल के विकास के लिए 50 लाख रुपये आवंटित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त यहां सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए तत्काल प्रयास किए जाएंगे। इसके साथ ही यहां एक आपदा प्रबंधन केंद्र भी स्थापित किया जाएगा।