
CM धामी ने 112 नवनियुक्त परिवहन आरक्षियों को सौंपे नियुक्ति पत्र, (फोटो साभार: X/@OfficeofDhami)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार (22 मई 2025) को देहरादून में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में परिवहन विभाग के अंतर्गत चयनित 112 आरक्षियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर सीएम धामी ने कहा, कि हमारा सतत प्रयास है कि योग्य अभ्यर्थियों को पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ रोजगार के अवसर प्राप्त हों।
सीधी भर्ती के माध्यम से चयनित परिवहन आरक्षियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा, “यह केवल एक नौकरी नहीं, बल्कि “नव उत्तराखण्ड” के निर्माण में भागीदारी का अवसर है। पारदर्शिता, ईमानदारी और दक्षता के साथ हमारे युवाओं को प्रशासनिक व्यवस्था का हिस्सा बनते देखना गर्व का विषय है।”
#WATCH | Dehradun: Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami attends the appointment letter distribution program for the transport constables selected through direct recruitment in the Transport Department, at the Mukhya Sevak Sadan in the CM's residence. pic.twitter.com/AlBKCa8dB3
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 22, 2025
सीएम धामी ने कहा, “हमारी सरकार ने पिछले तीन वर्षों में रिकॉर्ड 23000 से अधिक सरकारी नौकरी युवाओं को प्रदान की हैं। उत्तराखण्ड में लागू किया गया देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून इसी उद्देश्य की पूर्ति करता है कि हर परीक्षा ईमानदारी से हो और हर नियुक्ति केवल मेरिट के आधार पर हो। हमारी सरकार की यही नीति है “योग्यता को अधिकार, भ्रष्टाचार पर प्रहार।”
मुख्यमंत्री ने कहा, कि परिवहन विभाग में परिवहन आरक्षियों का पद अत्यंत महत्वपूर्ण है। आपकी यह जॉब सरकारी नौकरी होने के साथ ही सामाजिक उत्तरदायित्व भी है। उन्होंने कहा, “आज सड़क दुर्घटना में चिंतनीय वृद्धि हुई है। जिसकी रोकथाम के लिए हमने फरवरी 2025 में नई परिवहन नीति लागू की है। हमने 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य रखा है।”
"आज सड़क दुर्घटना में चिंतनीय वृद्धि हुई है। जिसकी रोकथाम के लिए हमने फरवरी 2025 में नई परिवहन नीति लागू की है। हमने 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य रखा है।:" माननीय मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी। pic.twitter.com/xgsU5zLbXK
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) May 22, 2025
सीएम धामी ने कहा, “पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में नौकरियों में भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार चरम पर था। पहले परीक्षाएं होती थीं, फिर रिजल्ट जारी होते ही उन्हें रद्द कर दिया जाता था। इसके चलते योग्य उम्मीदवारों का चयन नहीं हो पाता था।” उन्होंने कहा, कि हमारा संकल्प है कि प्रदेश के योग्य, परिश्रम और प्रतिभावान युवाओं को पारदर्शी तरीके से अवसर प्रदान किए जाएं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि हमने राज्य में देश का सबसे कठोर नकलरोधी कानून लागू किया है। जिसके बाद से सभी परीक्षाएं पारदर्शी तरीके से संपन्न हो रही हैं। सीएम धामी ने कहा, कि हमने नकलमाफिया की कमर तोड़ने का काम किया है। 100 से अधिक माफियाओं को सलाखों के पीछे भेजा गया है। इसी का नतीजा है कि तीन साल में 23 हजार युवाओं को नौकरी मिली है।