
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, (चित्र साभार : @pushkardhami) फाइल चित्र
दक्षिण कश्मीर के मुख्य पर्यटक स्थल पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। आतंकियों की अंधाधुंध गोलीबारी में 26 लोगों के मारे जाने की सूचना है। हालांकि अभी आधिकारिक तौर मृतकों की संख्या की पुष्टि नहीं की गई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, जंगलों में छिपे आतंकियों ने अचानक पर्यटकों पर गोलीबारी कर दी। बताया जा रहा है, कि हमलावर सेना की वर्दी में थे। इस आतंकी हमले की हर तरफ निंदा हो रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस आतंकी घटना को संस्कृति, शांति और मानवता के मूल्यों पर हमला बताया है।
सीएम धामी ने एक्स पोस्ट में अपने शोक संदेश में कहा, “जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुआ आतंकी हमला मानवता के विरुद्ध एक अमानवीय और बर्बर कृत्य है। इस कायराना हमले में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।”
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुआ आतंकी हमला मानवता के विरुद्ध एक अमानवीय और बर्बर कृत्य है। इस कायराना हमले में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।
आतंकवाद संस्कृति, शांति और मानवता के मूल्यों पर हमला है। आतंकियों की जम्मू-कश्मीर को…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) April 22, 2025
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “आतंकवाद संस्कृति, शांति और मानवता के मूल्यों पर हमला है। आतंकियों की जम्मू-कश्मीर को अशांत करने की कोशिश कभी भी कामयाब नहीं होगी। इस कुकृत्य का मुँहतोड़ जवाब इन आतंकियों को अवश्य मिलेगा।”
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकी हमले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पहलगाम के लिए रवाना हो गए हैं। बताया जा रहा है, कि पीएम मोदी ने सऊदी अरब से गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात कर हमले की जानकारी ली।
इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने दिल्ली स्थिति अपने आवास पर उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई, जिसमें आईबी प्रमुख तपन डेका, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, सीआरपीएफ चीफ ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह और जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात समेत सेना के अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये हमला उस वक्त हुआ, जब घाटी में टूरिस्ट सीजन अपने चरम पर है। वहीं जुलाई से अमरनाथ यात्रा भी शुरू होने जा रही है। खूबसूरत वादियों और शांत पहाड़ियों के लिए मशहूर इस इलाके में जब अचानक गोलियों की आवाज़ गूँजी तो वहाँ मौजूद पर्यटक दहशत में आ गए। बताया जा रहा है, कि इस स्थान पर पैदल या घोड़ों के जरिए ही पहुंचा जा सकता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकी सैन्य वर्दी में आए और उन्होंने पर्यटकों से परिचय-पत्र मांगना शुरू कर दिया। इसके बाद जो भी पर्यटक हिंदू थे, उन्हें आतंकियों ने गोलियां मारनी शुरू कर दीं। हमले की सूचना मिलने और मौके पर पहुंचने में सुरक्षा बलों को लगभग 30 मिनट का वक्त लगा। आतंकी इस दौरान पहाड़ियों की तरफ भाग गए। उनके मारे जाने या पकड़े जाने की फिलहाल कोई सूचना उपलब्ध नहीं है।