मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बुधवार (2 जुलाई 2025) को हुई कैबिनेट बैठक में एक प्रस्ताव पर मुहर लगी है। रेशम कोकून के न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। ए श्रेणी के कोकून का मूल्य 400 रुपये से बढ़ाकर 440 रुपये किया गया है।
दरअसल, प्रत्येक वर्ष रेशम कोकून की एमएसपी तय की जाती है। इसी क्रम में इस वर्ष भी रेशम विभाग ने कोकून की नई एमएसपी का प्रस्ताव तैयार किया था, जिस पर मंत्रिमंडल ने मुहर लगा दी है। पिछले साल कोकून के लिए तय की गई एमएसपी में इस साल बढ़ोत्तरी की गई है। जिसके तहत उच्च गुणवत्ता के कोकून की कीमत को 400 रुपए प्रति किलो से बढ़ाकर 440 रुपए प्रति किलो किया गया है।
इस संबंध में कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा, कि मंत्रिमंडल की बैठक में एक ही प्रस्ताव पर मुहर लगी है। जिसमें कृषि विभाग के तहत सिल्क के कोकून की नई एमएसपी तय की गई है। हालांकि, प्रत्येक वर्ष कोकून की एमएसपी तय की जाती है, जिसके क्रम में इस साल भी कोकून की नई दरें तय की गई है। पिछले साल के मुकाबले इस साल कोकून की दरों में बढ़ोतरी की गई है।
कृषि मंत्री के अनुसार, इससे प्रदेश में सिल्क के उत्पाद को बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया, कि वर्तमान समय में प्रदेश के दो जनपदों देहरादून और बागेश्वर में मुख्य रूप से कोकून का उत्पादन किया जा रहा है, लेकिन सरकार के इस प्रोत्साहन से आने वाले समय में कोकून के उत्पादन में बढ़ोतरी होगी।
कृषि मंत्री ने कहा, कि सिल्क की क्वालिटी काफी बेहतर है, क्योंकि उत्तराखंड के कोकून से बनी सिल्क की साड़ियों की डिमांड न सिर्फ प्रदेश में बढ़ी है, बल्कि अन्य राज्यों में भी काफी अधिक पसंद की जा रही है। उन्होंने बताया, कि किसानों को कोकून के बीज समय पर उपलब्ध हो, इसके लिए सरकार काम कर रही है। हालाँकि अभी ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है, कि कोकून का बीज किसानों को समय पर उपलब्ध नहीं हो रहे है।