493 साल 76 युद्ध 25 पीढ़ीयो के लाखो रामभक्तो के बलिदान के बाद अयोध्या में आज इतिहास रचा गया है। सुप्रीम कोर्ट से फैसला आ जाने के बाद आखिरकार वह ऎतिहासिक पल आज आ ही गया जब आज अयोध्या में राम मंदिर की नींव पड़ गई है।इस पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महोत्सव में भाग लेने अयोध्या पहुंचे। सवर्प्रथम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हनुमानगढ़ी मंदिर में भगवान रामभक्त हनुमान और रामलला का पूजन और दर्शन किये।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में बुधवार को ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ का शिलान्यास करने के बाद अपने सम्बोधन में कहा कि भगवान राम का मंदिर राष्ट्रीय एकता एवं राष्ट्रीय भावना का प्रतीक है तथा इससे सम्पूर्ण अयोध्या क्षेत्र की आर्थिक व्यवस्था में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार स्वतंत्रता दिवस लाखों अमर बलिदानों और स्वतंत्रता की भावना का प्रतीक है। उसी प्रकार अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कई पीढ़ियों के अखंड तप, त्याग और संकल्प का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है मुझे राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा ऐतिहासिक पल के लिए अयोध्या बुलाया गया। वैसे मेरा आना स्वभाविक था। आज इस अयोध्या नगरी में इतिहास रचने जा रहा है। आज के दिन सम्पूर्ण भारत राम की भक्ति में रमा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राम काज कीन्हे बिनु मोहि कहां विश्राम…युगो से की गयी प्रतीक्षा का समय आज समाप्त हो रहा है। बरसों तक रामलला टेंट में रहे थे ।लेकिन अब भव्य मंदिर बनेगा।
पीएम मोदी ने यहां कहा कि राम मंदिर राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में हमारी संस्कृति की आधुनिकता का प्रतीक बनेगा। भगवान राम के मंदिर निर्माण का आंदोलन गुलामी के कालखंड से आजादी के बाद तक चला है। आज का ये शुभ दिवस उसी तप-संकल्प का प्रतीक है। राम मंदिर के चले आंदोलन में अर्पण-तर्पण-संघर्ष-संकल्प था।
अयोध्याजी में राम मंदिर निर्माण सदियों से दुनिया भर के हिंदुओं की आस्था का प्रतीक रहा है।
आज पीएम @NarendraModi और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने राम मंदिर का भूमिपूजन करके करोड़ों लोगों की आस्था को सम्मान देने का काम किया है, इसके लिए मैं उनका हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।
— Amit Shah (@AmitShah) August 5, 2020
अयोध्या राम मंदिर के लिए भूमि पूजन से पूर्व किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री ने किसी भी मंदिर निर्माण में शामिल नहीं हुए है। न ही इतने विधिविधान के साथ पूजापाठ में हिस्सा लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के शिलापट के अलावा डाकटिकट जारी किया। पीएम मोदी को यहां भगवान राम की मूर्ति भेंट की गई। कोरोना संक्रमण काल के चलते देश विदेश के कोने-कोने से राम भक्त इस समारोह में हिस्सा नहीं ले पाए।