मानव समाज में परिवार की व्यस्तता के चलते आज का किशोर आभासी दुनिया की चकाचौंक में तेजी से सामाजिक मूल्यों की ओर से विमुख हो रहा है। पारिवारिक मूल्यों की कमी के चलते घर वालों से महंगी चीजों की मांग पूरी न होने की दशा में चोरी जैसे अपराध की तरफ चल पड़े है।
देहरादून से ऐसी ही घटना सामने आयी है जहा एक 12 वर्षीय बालक ने अपने दादा के चार लाख रुपए पर हाथ साफ़ कर दिए। जानकारी के अनुसार पहले तो परिवार वालों को लगा की घर में चोरी की घटना हुई है। परन्तु कुछ समय बाद में परिवार को किशोर पर शक हुआ तो उससे सख्ती से पूछताछ की गयी तो पूरी सच्चाई सामने आ गयी।
बालक के मुँह से पूरी घटना को विस्तार से सुनने के बाद परिवालो के पैरों तले जमीन खिसक गई। 12 वर्ष के किशोर ने चोरी की गयी इस पूरी रकम को अपने मित्रो के साथ उड़ाए।
12 वर्षीय नाबालिग यह बच्चा अपने दादा के साथ रहता है। इस बच्चे के दादा ने पटेलनगर थाने में आकर पुलिस को बताया कि उनके पोते के दोस्त उनके पोते को डरा धमका कर लाखों रुपये ठग चुके हैं।
सूचना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी हरकत में आयी ओर किशोर के दादा की शिकायत पर नाबालिग बच्चे के मित्रो को बुलाकर जब उनसे कड़ाई से पूछताछ की गई तो तो उन्होंने सं कुछ उगल दिया ओर एक अचंभित करने वाला मामला सामने आया।
किशोर के दोस्तों से पूछताछ करने से पता चला कि 12 साल का नाबालिग ने स्वयं ही अपने घर से पैसे निकालकर अपने दोस्तों को दे कर कहता था कि जाओ मेरे लिए महंगे वाले मोबाइल फ़ोन और लैपटॉप खरीद कर ले आओ। पूछताछ की जांच पड़ताल करने पर इस बात की पुष्टि हुई है।
किशोर के एक दोस्त के घर से एक लैपटॉप भी बरामद कर लिया गया घटना का मुख्य पहलु यह है कि किशोर के मित्रो के माता-पिता तक अपने बच्चों की ऐसी हरकतों से अनजान हैं। उनके बच्चे के पास जो मोबाइल लैपटॉप है वह कहाँ से और किसका लाया है।
इस प्रकार की अनदेखी एक दिन बड़े गुनाह का रूप ले लेती है। फिलहाल मामला प्रथम दृष्टया आपसी लेन देन का है तो इस मामले में किसी तरह की कानूनी कार्यवाही नही की गई है।