
सांकेतिक चित्र (फोटो साभार: canva.com)
राजस्थान पुलिस ने ‘लुटेरी दुल्हन’ के नाम से कुख्यात अनुराधा पासवान को 25 दूल्हों से झूठी शादी और कीमती जेवर और नकदी लेकर फरार होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। वह पुरुषों को फर्जी शादी में फंसाने के लिए हर बार एक नया नाम, नई पहचान और नया शहर चुनती थी। शादी के बाद आरोपी महिला ससुराल वालों की नकदी और जेवर लूटकर फरार हो जाती थी।
बताया जा रहा है, कि 32 वर्षीय अनुराधा शादी के लिए इच्छुक पुरुषों के सामने खुद को एक बेबस, निर्धन और परिवार की जिम्मेदारियों के बोझ के तले दबी हुई लाचार युवती के रूप में पेश करती थी। उसके पास एक बेरोजगार भाई की कहानी भी होती थी और शादी के सपने अधूरे होने का बहाना। वहीं ससुराल से जेवर और नकदी लेकर भागने से पहले वो आदर्श दुल्हन और बहू का खेल भी खेलती थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राजस्थान पुलिस ने लुटेरी दुल्हन अनुराधा पासवान को भोपाल से गिरफ्तार किया है। अनुराधा पर सात महीने में 25 पुरुषों से फर्जी शादी करने के आरोप है। पुलिस ने बताया, कि ‘लूट एंड स्कूल ब्राइड’ को स्टिंग ऑपरेशन चलाकर पकड़ा गया। अनुराधा के पूरे गिरोह का पर्दाफाश हो गया है।
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह उन पुरुषों को निशाना बनाता था, जो शादी के लिए बेताब थे। शादी के बाद, अनुराधा उनके कीमती सामान को लूटकर भाग जाती थी। मामला तब सामने आया जब राजस्थान के माधोपुर में अनुराधा के खिलाफ 3 मई 2025 को केस दर्ज किया गया। पीड़ित विष्णु ने बताया, कि उन्होंने सुनीता और पप्पू मीणा नाम के दो एजेंटों को दो लाख रुपए दिए थे।
मामला भोपाल से 25 दूल्हों की इकलौती दुल्हन,
"लुटेरी दुल्हन" अनुराधा का सनसनीखेज खुलासा!
"7 महीने, 25 शादियाँ"
हर बार जेवर और नकदी लूटकर भाग जाती थी,
फिर जब ये बात पुलिस तक पहुंची तो पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया,
ये तो पूरा दर का माहौल हो गया है, क्या ही करेगा इंसान शादी। pic.twitter.com/8krPS59VWV
— 𝙑𝒊𝙣𝒂𝙮 𝙔𝒂𝙙𝒂𝙫 (@vinayyadav_73) May 20, 2025
इन एजेंटों ने विष्णु के लिए एक अच्छी दुल्हन ढूंढने का वादा किया था। इसके बाद उन्होंने अनुराधा को विष्णु के लिए सही दुल्हन बताया। 20 अप्रैल को स्थानीय अदालत में उनकी शादी हुई, लेकिन कुछ ही दिनों बाद 02 मई 2025 को अनुराधा ससुराल से कीमती सामान लेकर भाग गई।
विष्णु के घर से भागने के बाद आरोपी महिला ने कथित तौर पर भोपाल में गब्बर नाम के एक अन्य शख्स से भी शादी रचाई और उससे भी 2 लाख रुपए लूट लिए। हालांकि उसकी गिरफ्तारी तब हुई, जब पुलिस ने एक स्टिंग ऑपरेशन के तहत एक कॉन्स्टेबल को दूल्हा बनाकर भेजा। जब एक एजेंट ने अनुराधा की फोटो साझा की, तो जांचकर्ताओं ने मौका देखकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, अनुराधा पहले यूपी के महाराजगंज स्थित एक अस्पताल में काम किया करती थी। घरेलू झगड़े के बाद उसने अपने पति को छोड़ दिया और भोपाल चली गई। इसके बाद शादी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह में शामिल हो गई। यह गिरोह बिचौलिया बनकर व्हाट्सएप पर फोटो भेजकर शादी कराता था। फिर दुल्हन एक सप्ताह के भीतर घर का सारा सामान लेकर फरार हो जाती थी।