
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ‘भारत फोरकास्ट सिस्टम’ का अनावरण किया, (फोटो साभार: X/ @DrJitendraSingh)
भारत ने स्वदेशी उच्च-रिजॉल्यूशन ग्लोबल फोरकास्ट मॉडल (HGFM) यानी भारत फोरकास्ट सिस्टम (BFS) लॉन्च कर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। यह सिस्टम भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ट्रॉपिकल मीट्रोलॉजी (IITM), पुणे द्वारा विकसित किया गया है। साथ ही इस परियोजना में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का सहयोग भी शामिल है।
सोमवार (26 मई 2025) को पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने देश के अत्याधुनिक ‘भारत पूर्वानुमान प्रणाली’ यानी ‘भारत फोरकास्ट सिस्टम’ (BFS) का अनावरण किया है। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने बताया, कि भारत मौसम विज्ञान संस्थान (आईएमडी) की पूर्वानुमान प्रणाली आगे बढ़ रही है।
#WATCH | Delhi: On IMD (India Meteorological Department), Union Minister Dr Jitendra Singh says, "The time has come to see what will be our contribution to our target of 2047 in the context of IMD… We have succeeded in backing IMD in bringing India's economy to the top level,… pic.twitter.com/rnly2FPaZI
— ANI (@ANI) May 26, 2025
उन्होंने कहा, कि समय आ गया है कि हम देखें कि 2047 के हमारे लक्ष्य में हमारा क्या योगदान होगा। हमारा ध्यान इस बात पर होना चाहिए कि संभावित नुकसान को रोकने और संभावित लाभ को बढ़ाने के मामले में भारतीय अर्थव्यवस्था को शीर्ष पर लाने में आईएमडी कितनी भूमिका निभाता है।”
जानकारी के अनुसार, भारतीय फोरकास्ट सिस्टम (BFS) के साथ भारत अब अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघों से भी आगे निकल गया है। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है, क्योंकि इन सभी देशों में उपयोग हो रहा मॉडल 9 से 14 किलोमीटर के रेजोल्यूशन पर काम करता है, लेकिन BFS का कार्यप्रणाली 6 किलोमीटर के रेजोल्यूशन पर काम कर सकता है।
उल्लेखनीय है, भारत फोरकास्ट सिस्टम की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि ये है, कि इस परियोजना का नेतृत्व चार महिला वैज्ञानिक कर रही हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘नारी शक्ति’ की झलक को चित्रित करता है। इस अत्याधुनिक प्रणाली के पीछे डॉ. सुवर्णा फडनवीस, डॉ. स्वप्ना पनिक्कल, डॉ. सुष्मिता जोसेफ और डॉ. मेधा देशपांडे ने अहम भूमिका निभाई है।
The all-women-led team behind the first-of-its-kind, state-of-the-art indigenous “Bharat Forecast System” #BharatFS, launched by the India Meteorological Department under the Ministry of Earth Sciences.
A brilliant reflection of PM Sh @narendramodi's push for greater women… pic.twitter.com/VuJANvbY84
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) May 26, 2025
बता दें, कि केंद्र सरकार के आर्थिक सर्वे में ये बात सामने आ चुकी है, कि मौसम अस्थिरता की वजह से अचानक बारिश या हीट वेव जैसी स्थितियों उत्पन्न होती है। सटीक जानकारियों के अभाव में किसानो को फसलों की बर्बादी और देश के नागरिकों को खाद्य सामग्री में महँगाई का सामना करना पड़ता है। भारतीय फोरकास्ट सिस्टम किसानों के नुकसान को कम करेगा और उनके लाभ बढ़एगा।