फाइल चित्र, ( (चित्र साभार: TOI)
राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ‘अलकायदा’ की गुजरात से जुड़ी आतंकी साजिश के मामले में पाँच राज्यों के 10 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की कार्रवाई की हैं। यह एक्शन उन अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों से जुड़े संदिग्धों पर केंद्रित थी, जिन पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के संगीन आरोप है।
जानकारी के अनुसार, NIA की टीमों ने बुधवार (12 नवंबर 2025) को पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मेघालय, हरियाणा और गुजरात में संदिग्धों के ठिकानों पर तलाशी ली। इस दौरान जाँच एजेंसी ने कई डिजिटल डिवाइस और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं, जिन्हें फोरेंसिक जाँच के लिए भेजा गया है।
एनआईए का कहना है, कि ये लोग प्रतिबंधित अल-कायदा आतंकवादी संगठन से जुड़े पाए गए। ये लोग बांग्लादेश में अल-कायदा के गुर्गों के लिए धन इकट्ठा करने और उसे हस्तांतरित करने में शामिल थे और मुस्लिम युवाओं को सक्रिय रूप से उकसाने में भी शामिल पाए गए। इस मामलें में एनआईए ने 10 नवंबर, 2023 को अहमदाबाद की एक विशेष अदालत में आरोप पत्र दायर किया था।
NIA Searches Multiple Locations in 5 States in Al Qaida Gujarat Terror Conspiracy Case pic.twitter.com/7T2G9tI3BN
— NIA India (@NIA_India) November 13, 2025
जांच एजेंसियों के अनुसार, “चार बांग्लादेशी नागरिक ‘मोहम्मद सोजिबमियाँ, मुन्ना खालिद अंसारी, अजारुल इस्लाम और अब्दुल लतीफ’ फर्जी भारतीय पहचान पत्रों के जरिए भारत में घुसपैठ की थी। NIA के मुताबिक, ये चारों अलकायदा से जुड़े थे और बांग्लादेश में आतंकी गुर्गों के लिए फंड जुटाने और युवाओं को भड़काने में सक्रिय थे।
बता दें, कि हाल ही में महाराष्ट्र के आतंकरोधी दस्ते (ATS) ने पुणे के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को प्रतिबंधित आतंकी संगठनों अल-कायदा और अल-कायदा इन द इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) से कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया है। इसके बाद एटीएस ने ठाणे के एक शिक्षक से भी पूछताछ की थी।
एटीएस ने 27 अक्तूबर को 37 वर्षीय जुबैर हंगरगेकर को गिरफ्तार किया था। उस पर आरोप है, कि वो प्रतिबंधित संगठनों से जुड़ा था और कट्टरपंथ फैलाने की गतिविधियों में शामिल था। जांच के दौरान एटीएस को उसके पुराने फोन में पाकिस्तान का एक मोबाइल नंबर सेव मिला था।
