सांकेतिक चित्र
देहरादून में दो बांग्लादेशी महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों ने अवैध रूप से बॉर्डर पार कर भारतीय सीमा में घुसपैठ करना स्वीकार किया है। जांच के दौरान पता चला, कि बांग्लादेशी महिला ने स्वाति उपाध्याय के छद्म नाम से शादी करके एक बच्ची को भी जन्म दिया है। वहीं दूसरी महिला भी भारतीय नागरिक से निकाह करके एक बच्चे को जन्म दे चुकी है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तराखंड राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर आयोजित वीवीआईपी कार्यक्रम के दृष्टिगत सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। पटेलनगर क्षेत्र के अंतर्गत पुलिस और एलआईयू की संयुक्त टीम को चेकिंग के दौरान संस्कृति लोक कॉलोनी में दो संदिग्ध महिलाएं मिली। पूछताछ और तलाशी में दोनों महिलाओं का बांग्लादेशी नागरिक होना पाया गया।
पुलिस के मुताबिक, दोनों संदिग्ध महिलाओं के फोन से उनके बांग्लादेशी पहचान पत्र बरामद किए गए है। वहीं पूछताछ के दौरान दोनों महिलाओं ने अवैध रूप से बॉर्डर पार कर भारतीय सीमा में घुसपैठ की बात कबूल की है।
पटेलनगर कोतवाली प्रभारी चंद्रभान अधिकारी ने बताया, कि दोनों बांग्लादेशी महिलाओं में से एक महिला मरियम बांग्लादेश के बरगुना जिले की निवासी है। स्वाति उपाध्याय के छद्म नाम से देहरादून में रह रही मरियम ने भारतीय नागरिक धर्मवीर से विवाह किया, जो टैक्सी चालक है। उसी की टैक्सी से दोनों महिलाएं दिल्ली से देहरादून आई थी।
मरियम ने भारत में रहने के लिए टैक्सी ड्राइवर धर्मवीर को अपनी बातों के जाल में फंसाकर उससे विवाह कर लिया। दोनों की एक साल की बेटी भी है। वहीं दूसरी महिला सना निवासी जिला कुमिल्ला, बांग्लादेश शिवली अख्तर और जॉली के नाम से देहरादून में रह रही थी। दोनों बांग्लादेशी महिलाएं अलग-अलग समय पर सीमा पार कर अवैध रूप से भारत में आई थी।
देश के अलग-अलग स्थानों पर रहने के बाद दोनों एक- दूसरे से दिल्ली में मिली। जिसके बाद दोनों एक साथ देहरादून आई थी। बांग्लादेशी नागरिक मरियम जिस टैक्सी में बैठकर दिल्ली से देहरादून पहुंची, उसी के ड्राइवर से उसने शादी कर ली थी। जबकि शिवाली उर्फ सना ने सहारनपुर में कारपेंटर का काम करने वाले सलमान से निकाह किया था।
सलमान से मॉल में मुलाकात के दौरान सना ने खुद के मॉल में ही काम करने की बात बताकर निकाह के लिए मनाया था। सना का एक 10 महीने का बेटा है। पुलिस बांग्लादेशी पहचान पत्र के आधार पर अवैध रूप से देहरादून में रह रही बांग्लादेशी महिलाओं को बांग्लादेश डिपोर्ट किए जाने के संबंध में अग्रिम कार्रवाई कर रही है।
बता दें, कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखंड में ऑपरेशन कालनेमि के तहत छद्म नाम और वेशधारियों के खिलाफ धरपकड़ अभियान जारी है। अभियान के तहत प्रत्येक जिले की पुलिस विशेष सत्यापन अभियान चला रही है। इसी क्रम में एसएसपी देहरादून के निर्देश पर पुलिस दून में अवैध रूप से निवास कर रहे संदिग्धों की तलाश कर रही है।
गौरतलब है, कि सत्यापन अभियान के दौरान पुलिस कई अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पहले भी 7 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर डिपोर्ट किया जा चुका है। जिन्हें देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा माना जा रहा है।

