बांग्लादेश में एक और हिंदू की हत्या, (फोटो साभार : X@news_tracker24)
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाएं दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। बांग्लादेश में यूनुस सरकार के राज में कट्टरपंथियों को इस कदर खुली छूट मिल गई है, कि वो एक के बाद एक निर्दोष हिंदुओं की बेरहमी से हत्या कर रहे है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा महज 11 दिन पहले हिंदू युवक दीपू दास को जिंदा जलाकर मारने के बाद अमृत मंडल को निशाना बनाया गया था। अब बांग्लादेश में बजेंद्र बिस्वास की हत्या की खबर आई है। यह घटना ऐसे समय पर हुई है, जब देश में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
42 वर्षीय बजेंद्र बिस्वास भालुका उपजिला क्षेत्र ने अंसार बल के सदस्य के रूप में सुलताना स्वेटर्स लिमिटेड में तैनात थे। यह सुरक्षा बल बांग्लादेश में सरकारी दफ्तरों, औद्योगिक इकाइयों और संवेदनशील प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए तैनात किया जाता है। पुलिस और चश्मदीदों के अनुसार, दोनों सुरक्षा गार्ड फैक्ट्री परिसर में स्थित अंसार बैरक में मौजूद थे।
इसी दौरान बातचीत के बीच नोमान मिया ने कथित तौर पर संदिग्ध परिस्थितियों में सरकारी शॉटगन बजेंद्र बिस्वास की ओर तान दी। मामले की पुष्टि करते हुए ड्यूटी पर मौजूद अंसार मेंबर और घटना के चश्मदीद APC मोहम्मद अजहर अली ने कहा, कि घटना के समय नोमान मिया ने हिंदू बजेंद्र दास की जांघ पर शॉटगन सटा दी और कहा, “क्या मैं गोली चलाऊं?” और फिर गोली चला दी और मौके से फरार हो गया।”
जिसके बाद बजेंद्र दास को भालुका उपजिला स्वास्थ्य परिसर ले जाया गया, जहां चिकित्सकीय परीक्षणों के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आरोपित की पहचान नोमान मियां के रूप में की है, जो उसी फैक्ट्री में अंसार सदस्य के तौर पर कार्यरत था।
चश्मदीद के अनुसार, उसने घटना से पहले उनके बीच कोई बहस या विवाद नहीं देखा। बताया जा रहा है कि यह घटना बीते सोमवार की शाम करीब 6:30 बजे घटित हुई। वहीं चश्मदीद ने साफ कर दिया, कि दोनों के बीच झड़प होने का मौका ही नहीं मिला। थाना प्रभारी मोहम्मद जाहिदुल इस्लाम ने बताया, कि आरोपी नोमान मियां को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उल्लेखनीय है, कि यह घटना अकेली नहीं है। हाल के दिनों में बांग्लादेश में सांप्रदायिक हिंसा में विशेष रूप से हिंदुओं को टारगेट करते हुए हिंसा के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। कुछ दिनों में हिंदुओं की हत्या की यह तीसरी घटना है। इससे पहले फैक्ट्री वर्कर हिंदू युवक दीपू चंद्र दास को जिंदा जलाकर मार डाला गया था।
इसके महज एक हफ्ते के बाद हिंदू अमृत मंडल पर एक्सटॉर्शन के झूठे आरोप लगाकर मौत के घाट उतार दिया गया था। बांग्लादेश में हिंदुओ के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर बीते शनिवार को भारत के विदेश मंत्रालय ने इन हत्यों पर गंभीर चिंता व्यक्त की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार दुश्मनी गंभीर चिंता का विषय है।”
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर मानवाधिकार संगठनों का कहना है, कि बीते महीनों में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा, अपमान और हत्याओं की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन इन मामलों में सख्त कार्रवाई नहीं हुई है। ताजा घटना ने एक बार फिर बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए है।
