मरीज और डॉक्टर के बीच मारपीट का वीडियो वायरल
शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में मरीज के साथ मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। एक वार्ड में डॉक्टर और मरीज के बीच झड़प के बाद अस्पताल में हंगामा हो गया और मौके पर पुलिस को बुलाना पड़ा। इस मामले में मुख्यमंत्री ने भी रिपोर्ट तलब कर उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए है।
आरोप है, कि एक डॉक्टर ने पहले उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती मरीज के साथ दुर्व्यवहार किया और फिर बहस के बाद उसके साथ जमकर मारपीट की, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर राघव नरूला मरीज अर्जुन पँवार को मारते हुए दिख रहा हैं, जबकि मरीज बेड पर लेटकर खुद को बचाने का प्रयास कर रहा है।
जानकारी के अनुसार, पीड़ित अस्पताल में अपनी एंडोस्कोपी के लिए आए थे। मेडिकल जांच के बाद मरीज अर्जुन पंवार को दो घंटे का अंतर रखने की सलाह दी गई थी। इसी दौरान सांस की दिक्कत होने पर वे एक अन्य वार्ड में जाकर बेड पर लेट गए। आरोप है, कि इस बात को लेकर मरीज और डॉक्टर के बीच कहासुनी हो गई, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई।
IGMC Doctor and Patient Scuffle One More Video Surfaces!#SHIMLA pic.twitter.com/1BozxiLlBX
— Vinod Katwal (@Katwal_Vinod) December 24, 2025
डॉक्टर राघव नरूला ने बीते मंगलवार 23 दिसंबर को मामले में अपना पक्ष रखते हुए बताया, कि मरीज अर्जुन पंवार पुराने एक्स-रे और स्कैन रिपोर्ट्स दिखाने आया था। मरीज को देखकर उन्हें ऐसा लगा, कि वे पहले मिल चुके है, इसलिए उन्होंने थोड़ा फ्रेंडली लहजे में कहा, “तू देखा- देखा सा लग रहा है।”
नरूला के मुताबिक, मरीज को शायद ‘तू’ कहना बुरा लगा और वह गुस्सा हो गया। डॉक्टर ने स्पष्ट किया, कि उन्होंने कोई गलत शब्द नहीं बोला, आवाज नहीं उठाई और बदतमीजी भी नहीं की, लेकिन मरीज और उसके साथ आए शख्स ने गाली-गलौज शुरू कर दी और बहस के दौरान मामला हाथापाई तक पहुँच गया।
वहीं मरीज अर्जुन पंवार ने अपना पक्ष रखते हुए कहा, कि साँस लेने में तकलीफ के कारण वे अस्पताल आए थे। हाल ही में उनकी ब्रोंकोस्कोपी हुई थी और ऑक्सीजन की जरूरत थी। उन्होंने डॉक्टर से सम्मान से बात करने के लिए कहा, लेकिन डॉक्टर ने ‘तू’ कहकर जवाब दिया। पीड़ित का दावा है, कि बहस के दौरान मामला हाथापाई तक पहुँच गया।
इस घटना के चर्चा में आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने आरोपित डॉक्टर के विरुद्ध जांच के निर्देश दिए हैं और सरकार ने उन्हें सस्पेंड भी कर दिया है। बताया जा रहा है, कि इस प्रकरण में एफआईआर दर्ज हुई है। मामले को लेकर सीएम सुक्खू, स्वास्थ्य मंत्री समेत स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक भी हुई है।
