छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न का आरोपी शिक्षक युनुस अंसारी गिरफ्तार, (फोटो साभार: X@chamolipolice)
चमोली जिले में छात्र-छात्राओं से छेड़छाड़ और यौन शोषण के आरोपी अतिथि शिक्षक युनुस अंसारी के खिलाफ ठोस कार्रवाई अमल में लाई गई है। दशोली विकासखंड स्थित राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ने आरोपित शिक्षक का अनुबंध तत्काल प्रभाव से समाप्त कर उसे सेवा से हटा दिया है। आरोपी शिक्षक को पॉक्सो एक्ट के तहत बिजनौर से गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पंवार के अनुसार, दशोली विकासखंड स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में राजनीति विज्ञान के अतिथि प्रवक्ता युनूस अंसारी पर छात्र-छात्राओं का यौन शोषण व छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगे है। परीक्षा में फेल करने का डर दिखाकर दो छात्रों का यौन शोषण और छात्रा से छेड़छाड़ की बात सामने आई है।
जनपद चमोली के राजकीय इंटर कॉलेज गौणा के अतिथि प्रवक्ता युनूस अंसारी द्वारा दो नाबालिग छात्रों के यौन उत्पीड़न व छेड़छाड़ के जघन्य प्रकरण में चमोली पुलिस ने मात्र 12 घंटे में आरोपी को उत्तर प्रदेश के बिजनौर से गिरफ्तार कर लिया। pic.twitter.com/yYQVVVYAp4
— Chamoli Police Uttarakhand (@chamolipolice) December 1, 2025
बच्चों के अभिभावकों द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर विभागीय अधिकारियों ने तत्काल प्रभाव से अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए आरोपित अतिथि शिक्षक युनूस अंसारी का अनुबंध निरस्त कर उसे सेवा से हटा दिया है। इस संबंध में राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ने अनुबंध निरस्तीकरण के आदेश जारी कर दिए है।
आरोपित शिक्षक 2015 में राजनीति विज्ञान विषय में अतिथि प्रवक्ता के पद नियुक्त हुआ था। यौन शोषण व छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाने के बाद यूपी के बिजनौर जिले के जलालाबाद कस्बे के कचहरी मोहल्ला निवासी युनुस अंसारी बिजनौर भाग गया था, लेकिन पुलिस के शिकंजे से बच नहीं सका। इस मामले में राजस्व पुलिस ने पटवारी चौकी गौणा में मुकदमा दर्ज किया था।
वहीं आरोपित शिक्षक के स्थायी निवास प्रमाण पत्र और उसकी नियुक्ति भी सवालों के घेरे में है। दरअसल, अतिथि शिक्षक सिर्फ उत्तराखंड के निवासी ही बन सकते है। जांच में सामने आया है, कि वह 2015 में चमोली जिले में नियुक्ति पाने में कामयाब हो गया। दस्तावेजों में क्षेत्रपाल चमोली का निवासी बताकर उसने तहसील चमोली से 28 सितंबर 2010 में बना स्थाई निवास प्रमाण पत्र लगाया है।
इसी स्थायी निवास के आधार पर युनुस अंसारी को अतिथि शिक्षक के पद पर नियुक्ति मिली थी। युनुस अंसारी के ये दस्तावेज सही है या फर्जी, फिलहाल इसकी जांच की जा रही है। वहीं उत्तर प्रदेश के मूल निवासी की अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्ति के मामले में मुख्य शिक्षा अधिकारी चमोली ने प्रधानाचार्य से दो दिन में स्पष्टीकरण तलब किया है।

