CM धामी ने हल्द्वानी में आयोजित सहकारिता मेले में प्रतिभाग किया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार (26 नवंबर 2025) को एमबी इंटर कॉलेज, हल्द्वानी में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष–2025 के उपलक्ष्य में भव्य सहकारिता मेले में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर सीएम धामी ने विभिन्न विभागों और मातृशक्ति द्वारा लगाए स्टॉलों का अवलोकन करने के साथ ही विभिन्न स्वयं सहायता समूहों को चेक वितरित किए।
सीएम धामी ने पशुपालन एवं सब्जी उत्पादन में कार्यरत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मध्यकालीन दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता कल्याण योजना के तहत 16.97 करोड़ रुपये तथा एनआरएलएम स्वयं सहायता समूहों के अंतर्गत 75.50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोक गायक गिरीश बर्गली के गीत देवीधुरा का विमोचन भी किया।
हल्द्वानी, नैनीताल में आयोजित सहकारिता मेले में विभिन्न विभागों, मातृशक्ति द्वारा लगाए स्टॉलों का अवलोकन करने के साथ ही विभिन्न स्वयं सहायता समूहों को चेक वितरित किए। इस अवसर पर लोक गायक गिरीश बर्गली जी के गीत देवीधुरा का भी विमोचन किया। कार्यक्रम में मातृशक्ति से मिले स्नेह व… pic.twitter.com/Nd2oe4RUll
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 26, 2025
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, कि राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक जनपद में सहकारिता मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस तरह के मेलों का उद्देश्य महिला समूह द्वारा बनाए जा रहे लोकल उत्पादों को एक बाजार उपलब्ध कराना है। इसके अलावा सहकारिता विभाग की तमाम योजनाओं को जनता तक पहुंचना है।
सीएम धामी ने कहा, कि आज के आधुनिक और प्रतिस्पर्धी युग में सहकारिता का योगदान बढ़ गया है। इसी को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2025 को सहकारिता वर्ष घोषित किया है। उन्होंने कहा, कि उत्तराखंड में सहकारिता को सशक्त बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं।
"आज के आधुनिक और प्रतिस्पर्धी युग में सहकारिता का योगदान बढ़ गया है। इसी को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2025 को सहकारिता वर्ष घोषित किया है।": माननीय मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी pic.twitter.com/RRNikC5K9m
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) November 26, 2025
मुख्यमंत्री ने कहा, “सहकारिता मानव समाज का प्राचीन सिद्धांत है, जो सामूहिक प्रगति, सहयोग और एकता को बढ़ावा देता है। प्रदेश में सहकारी समितियों के कंप्यूटरीकरण की शुरुआत पूरे देश में पहली बार उत्तराखंड से हुई और आज सभी 671 समितियाँ पूरी तरह डिजिटल प्रणाली से कार्यरत हैं।”
सीएम धामी ने कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर देते हुए कहा, कि राज्य की स्वयं सहायता समूहों की बहनें आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं और यह गर्व का विषय है कि प्रदेश की 1 लाख 68 हजार से अधिक महिलाएँ आज “लखपति दीदी” बन चुकी हैं। उन्होंने कहा, कि सहकारिता और पर्यटन आधारित आजीविका की दिशा में मेले में की जा रही पहलें स्थानीय समुदायों को नए अवसर प्रदान करेंगी।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री धामी ने हल्द्वानी क्षेत्र में डेमोग्राफी बदलाव का जिक्र करते हुए कहा, कि प्रदेश की संस्कृति, डेमोग्रामी और यहां के मूल अस्तित्व को अब आगे खराब नहीं होने दिया जाएगा। प्रदेश के सभी जिलों में सत्यापन के अभियान चलाए जा रहे है। पिछले 10 सालों में जो भी डेमोग्रामी में बदलाव आए है और कोई भी प्रमाणपत्र जारी हुए है, उनकी विस्तृत जांच की जा रही है।
सीएम धामी ने कहा, “राज्य की सांस्कृतिक पहचान और डेमोग्राफी की सुरक्षा के प्रति सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। प्रदेश में कठोर धर्मांतरण विरोधी एवं दंगा विरोधी कानून बनाए गए हैं। लैंड जिहाद, लव जिहाद जैसी अवैध गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए 10 हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि मुक्त कराई गई है, 250 अवैध मदरसों को सील किया गया है तथा मदरसा बोर्ड को समाप्त किया गया है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत सनातन संस्कृति के विरुद्ध पाखंड फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा, कि राज्य में देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू होने से पिछले साढ़े चार वर्षों में 26 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है। भ्रष्टाचार के विरुद्ध “ज़ीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाते हुए 200 से अधिक भ्रष्टाचारी जेल भेजे गए हैं।

