
सुनियोजित थी, लद्दाख को अशांत करने की साजिश, (फोटो साभार : NDTV)
छठी अनुसूची में शामिल करने और राज्य दर्जे के लिए चल रहे आंदोलन में हिंसा अचानक नहीं भड़की बल्कि यह लद्दाख जैसे शांत क्षेत्र को अस्थिर करने की सुनियोजित साजिश थी। दरअसल, अगस्त 2019 में जब लद्दाख को UT का दर्जा मिला, तो सोनम वांगचुक, पीएम मोदी को हाथ जोड़कर धन्यवाद कर रहे थे। अब वही वांगचुक ‘हाथ में पत्थर लेने’ के लिए लोगों को भड़का रहे हैं।
स्थानीय लोगों को इसमें बाहरी तत्वों का हाथ होने की भी आशंका है। उनका कहना है, कि लद्दाख जैसे संवेदनशील प्रदेश में इससे पहले इस तरह की स्थिति कभी देखने को नहीं मिली। बता दें, कि लद्दाख में बुधवार (24 सितंबर 2025) को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने समेत कई माँगों को लेकर हिंसक प्रदर्शन हुए।
इन हिंसक प्रदर्शनों में 4 लोग मारे गए हैं और दर्जनों लोग घायल हैं। भाजपा के दफ्तर और सुरक्षाबल के वाहनों को प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी गई और कई जगहों पर पथराव किए जाने की भी खबरें हैं। इस हिंसा के मुख्य सूत्रधार सोनम वांगुचक है और उनकी भूख हड़ताल के बीच ही यह हिंसा हुई है।
बुधवार को भी सब कुछ शांतिपूर्ण चल रहा था, लेकिन इसी बीच अचानक कुछ युवाओं ने आकर इस शांतिपूर्ण आंदोलन में अराजकता फैलानी शुरू कर दी। सोनम वांगचुक की मांगो पर गृह मंत्रालय ने सकारात्मक रुख दिखाया था और लद्दाख के प्रतिनिधियों को 25 सितंबर को दिल्ली आने का न्योता दिया था।
बीते मंगलवार एलएबी के धरने पर बैठे दो सदस्यों की तबीयत खराब हो जाने पर बॉडी की यूथ विंग के सदस्य बहुत गुस्से में थे। कहा जा रहा है कि कुछ लोगों ने इसे भुनाने का प्रयास किया। ऐसे में वे कौन लोग थे जो नहीं चाहते हैं कि लद्दाख अपनी मांगों के शांतिपूर्ण हल के रास्ते पर आगे बढ़े।
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें दिख रहा है, कि कांग्रेस पार्षद स्मानला दोरजे नोरबू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रशासन को खुली चुनौती दी थी। पार्षद ने कहा था, कि सुरक्षाबलों की तैनाती भी बीजेपी ऑफिस तक लोगों को पहुँचने से नहीं रोक पाएगी। वह खुद भी बीजेपी ऑफिस तक पहुँचेंगे।
At a press conference yesterday, Congress councillor from Saspol, Smanla Dorjey Norboo, openly challenged the administration, daring them to deploy more CRPF personnel and insisting that even a larger security presence would not stop demonstrators from reaching the BJP Ladakh… pic.twitter.com/MVDNDGq5cH
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 24, 2025
गौरतलब है, कि कांग्रेस पार्षद ने बुधवार (24 सितंबर 2025) को लेह में इकट्ठा होने का लोगों से आग्रह किया। जिसके बाद भीड़ में शामिल अराजक तत्वों ने बीजेपी लद्दाख कार्यालय में आग लगा दी। आगजनी के दौरान भाजपा कार्यकर्ता किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागे। इसके बाद युवाओं ने कार्यालय में फर्नीचर को आग के हवाले कर दिया था।
बता दें, कि लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने और राज्य के दर्जे की मांग को लेकर बीते 15 दिनों से चल रहे अनशन के दौरान बुधवार को अचानक युवाओं का हुजूम उमड़ा और शांतिपूर्ण चल रहे आंदोलन ने उग्र रूप धारण कर लिया। तोड़फोड़, आगजनी और पथराव के बीच चार प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। जबकि 40 पुलिस कर्मियों व सीआरपीएफ के जवानों समेत करीब 80 लोग घायल बताये जा रहे है।