
महिला ने दुपट्टा फाड़कर सीएम धामी को बांधी राखी, (फोटो साभार: X@DIPR_UK)
धराली में आई जलप्रलय का वेग शांत होने के साथ ही आपदा प्रभावित क्षेत्र में जिंदगी की तलाश तेज हो गई है। धराली आपदा के बाद आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस-प्रशासन की टीमें युद्धस्तर पर खोज व बचाव कार्य में जुटी हुई है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी बीते तीन दिनों से ग्राउंड जीरो पर डटे हुए हैं।
धराली आपदा के बाद सीएम धामी स्वयं आपदाग्रस्त क्षेत्र में डटे हुए है और रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहे है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राजधानी देहरादून से लेकर उत्तरकाशी तक पूरा प्रशासनिक तंत्र राहत एवं बचाव अभियान में सक्रिय है। सीएम धामी राहत एवं बचाव अभियान को युद्धस्तर पर संचालित करने के साथ-साथ बचाव अभियान की प्रगति की पल-पल की अपडेट ले रहे है।
शुक्रवार (8 अगस्त 2025) को उत्तरकाशी के धराली में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने शुक्रवार को ऐसा दृश्य आया, जिसने वहां उपस्थित प्रत्येक शख्स को भावुक कर दिया। दरअसल, आपदा क्षेत्र में फंसी महिला ने अचानक दुपट्टे का किनारा फाड़ा और सीएम धामी को राखी बांध दी।
जानकारी के मुताबिक, धराली में आपदा प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान जब मुख्यमंत्री धामी ग्राउंड जीरो पर निरीक्षण कर पीड़ितों का हालचाल जान रहे थे, उस दौरान अहमदाबाद के ईशनपुर की रहने वाली धनगौरी अपनी कृतज्ञता रोक नहीं सकीं और उन्होंने अपना दुपट्टे का किनारा फाड़ा और उसका एक टुकड़ा राखी के रूप में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कलाई पर बांध दिया।
मुख्यमंत्री धामी को राखी बांधते हुए महिला ने भावुक होकर कहा, कि मेरे लिए मुख्यमंत्री धामी भगवान श्रीकृष्ण जैसे हैं, जिन्होंने न केवल मेरी, बल्कि यहां मौजूद सभी माताओं-बहनों की एक भाई की तरह रक्षा की है। वे तीन दिनों से हमारे बीच रहकर हमारी सुरक्षा और जरूरतों का ध्यान रख रहे हैं।
इस दौरान मौके पर मौजूद अन्य लोग इस मार्मिक पल को देख कर भावुक हो गए। आपदा के मलबे के बीच जन्मा यह अपनत्व का दृश्य मानवता, संवेदनशीलता और भाईचारे की सबसे सुंदर मिसाल बन गया। सीएम धामी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट के माध्यम से बताया, “धराली (उत्तरकाशी) में आपदा प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान एक बहन ने साड़ी का किनारा फाड़ कर मेरी कलाई पर राखी के प्रतीक के रूप में बांधा तो मन अत्यंत भावुक हो उठा।”
धराली (उत्तरकाशी) में आपदा प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान एक बहन ने साड़ी का किनारा फाड़ कर मेरी कलाई पर राखी के प्रतीक के रूप में बांधा तो मन अत्यंत भावुक हो उठा।
ना थाली, ना चंदन, केवल एक कपड़े का टुकड़ा, लेकिन उसमें रिश्ते का सच्चा एहसास, सुरक्षा का वचन, और मानवता का… pic.twitter.com/DR2B4OFBpA
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 8, 2025
उन्होंने कहा, “ना थाली, ना चंदन, केवल एक कपड़े का टुकड़ा, लेकिन उसमें रिश्ते का सच्चा एहसास, सुरक्षा का वचन, और मानवता का सबसे सुंदर रूप समाया था। उस राखी में एक बहन की प्रार्थना थी और एक भाई के कंधों पर आया एक नया दायित्व। ये कोई सामान्य राखी नहीं थी ये थी भरोसे की, अपनत्व की, और उस रिश्ते की जो खून से नहीं, दिल से जुड़ता है।”
जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद के ईशनपुर की निवासी धनगौरी बरौलिया अपने परिवार वालो के साथ माँ गंगा के धाम गंगोत्री दर्शन हेतु आई थी। बीती पांच अगस्त को धराली में आई भीषण आपदा ने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी। अचानक आए मलबे और तेज बहाव से मार्ग पूरी तरह बंद हो गया और वे अपने परिवार सहित फंस गईं। चारों ओर तबाही का मंजर, भय और अनिश्चितता का माहौल था।
घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर, किसी को नहीं पता था कि अब आगे क्या होगा। इसी दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राहत और बचाव कार्य तेजी से शुरू हुए। रेस्क्यू टीमों ने कठिन परिस्थितियों में भी लगातार प्रयास कर धनगौरी और उनके परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला और भय से कांपते चेहरों पर पहली बार राहत की मुस्कान आई।
गौरतलब है, कि धराली में आये जल सैलाब की घटना को तीन दिन बीत चुके है। इस आपदा में कई लोग लापता बताये जा रहे है। ऐसी विकट परिस्थिति में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बगैर समय गंवाए बीते तीन दिनों से ग्राउंड जीरो पर मोर्चा संभाले हुए है। सीएम धामी ने सक्रिय और त्वरित निर्णय लेते हुए अपने राजनीतिक नेतृत्व का मजबूत प्रदर्शन किया है।
धराली और आसपास के क्षेत्रों में लगातार प्रवास कर मुख्यमंत्री धामी ने लोगों में यह विश्वास जगाया है, कि प्रदेश सरकार केवल आदेश देने के लिए नहीं, बल्कि ऐसी विकट घड़ी के समय प्रत्येक नागरिक के साथ खड़ी है। बता दें कि धराली में 5 अगस्त को आपदा आई आपदा में पूरा धराली बाजार मलबे के ढेर में दब गया। कई जिंदगियां 50 फीट मलबे के नीचे दबी हुई है, जिनकी तलाश में रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।