
CM धामी ने दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से शिष्टाचार भेंट की
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इनदिनों राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के दौरे पर है। बीते सोमवार सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इसी क्रम में अपने दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल से मुलाकात की है। इसके अलावा सीएम धामी अन्य केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात कर सकते है।
बीते सोमवार 14 जुलाई 2025 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की थी। इस दौरान प्रधानमत्री व मुख्यमंत्री के मध्य नंदा देवी राजजात यात्रा के साथ हरिद्वार गंगा कॉरिडोर, ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर, चंपावत में शारदा कॉरिडोर के मास्टर प्लान और अर्ध कुंभ मेले के आयोजन की तैयारियों के संबध में चर्चा हुई।
सीएम धामी ने इसको लेकर बजट मांगा तो पीएम को उत्तराखंड आने का न्योता भी दिया। मुलाकात के दौरान सीएम धामी ने कार्तिक स्वामी मंदिर के प्रतिरूप और आदि कैलाश यात्रा पर कॉफ़ी टेबिल बुक के साथ ही उत्तराखंड के उत्पाद कनार (धारचूला) का घी, लाल (पुरोला) चावल, बासमती चावल, काला जीरा, गंध रैण, जम्बू व स्थानीय शहद पीएम मोदी को भेंट किये।
मंगलवार 15 जुलाई को मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल से मुलाकात की है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री से मुलाकात के दौरान सीएम धामी ने उत्तराखंड की 21 जल विद्युत परियोजनाओं में 5 विद्युत परियोजना के जल्द शुरुआत करने को लेकर अनुरोध किया। केंद्रीय मंत्री पाटिल ने भी उत्तराखंड की इस मांग को जल्द से जल्द पूरा करने की बात कही है।
इसके साथ ही सीएम धामी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को उत्तराखंड स्थित चारधाम का प्रसाद भेंट किया और देवभूमि उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हुए राज्य के विभिन्न स्थानीय उत्पाद भी उन्हें भेंट किए ।
नई दिल्ली में आदरणीय लोकसभा अध्यक्ष श्री @ombirlakota जी से मुलाकात की।
इस अवसर पर उन्हें चारधाम का प्रसाद एवं देवभूमि उत्तराखंड के विभिन्न स्थानीय उत्पाद भी भेंट किए। pic.twitter.com/vjobdgCezt
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 15, 2025
इस अवसर पर सीएम धामी ने कहा, कि उत्तराखंड राज्य चारधाम, प्राकृतिक सुंदरता एवं आध्यात्मिकता का प्रतीक है। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को राज्य में चल रहे विकास कार्यों, विशेष रूप से धार्मिक पर्यटन, सड़क संपर्क, स्वास्थ्य, और स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी भी दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान सीएम धामी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से एम्स ऋषिकेश से संचालित एयर एम्बुलेंस सेवा के विस्तार के साथ ही राज्य के पहाड़ी और दुर्गम क्षेत्रों में आपातकालीन सेवाओं के लिए एक अतिरिक्त हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराए जाने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रति एसईसीसी परिवार केंद्रीय योगदान को ₹ 1,052 से बढ़ाकर ₹ 1,500 करने का आग्रह करने के साथ ही चार धाम यात्रा में एम्स के विशेषज्ञों के योगदान और स्नातकोत्तर डॉक्टरों के रेजिडेंसी (DRP) में यात्रा ड्यूटी सम्मिलित करने के लिए आभार व्यक्त किया।
मुलाकात के दौरान सीएम धामी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को बताया, उत्तराखंड में दो नए मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। इसी क्रम में जगजीवन राम मेडिकल कॉलेज, पिथौरागढ़ और पं. राम सुमेर शुक्ल मेडिकल कॉलेज, रुद्रपुर, शैक्षणिक वर्ष 2026-27 से शिक्षण कार्य प्रारंभ करने के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन/भारत सरकार के पास आवेदन करेंगे।
मुख्यमंत्री ने इन दोनों मेडिकल कॉलेज के संचालन के लिए आवश्यक मंजूरी प्रदान करने के साथ ही टीएचडीसी (THDC) के सहयोग से निर्माणाधीन टिहरी मेडिकल कॉलेज की भी आवश्यक अनुमतियां शीघ्र प्रदान करने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जेपी नड्डा से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से उत्तराखण्ड में एम्स ऋषिकेश से संचालित एयर एम्बुलेंस सेवा के विस्तार के साथ ही राज्य के पहाड़ी और दुर्गम क्षेत्रों में… pic.twitter.com/MU1x61fU7V
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) July 15, 2025
सीएम धामी ने श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में अत्याधुनिक ट्रॉमा सेंटर की स्थापना और उसके सुचारु संचालन के लिए भारत सरकार से तत्काल सहायता का विनम्र अनुरोध किया। उन्होंने कहा, कि यह पहल न केवल स्थानीय आबादी के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि चार धाम यात्रा मार्गों और आसपास के पर्वतीय क्षेत्रों से गुजरने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए भी जीवन रक्षक साबित होगी।