प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (22 अगस्त 2023) को 15वें ब्रिक्स (BRICS) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए शाम करीब सवा पांच बजे दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग पहुंचे। इस दौरान एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्विटर पर जानकारी दी, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15वें ब्रिक्स सम्मेलन में भागीदारी और बहुपक्षीय तथा द्विपक्षीय स्तर पर ब्रिक्स और आमंत्रित देशों के नेताओं के साथ बातचीत शामिल है।
🎥 As PM @narendramodi is heading to Johannesburg, take a look at what PM’s visit to South Africa & Greece has in store. pic.twitter.com/H9PiW1592C
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) August 22, 2023
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुँचे है। आगामी 22-24 अगस्त, 2023 को इन सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच बैठक होनी है। दरअसल G-7 के प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा जाने वाला ये समूह अब स्वयं को विस्तार देने पर विचार कर रहा है। पूर्व में हुई विदेश मंत्रियों की बैठक में अल्जीरिया, अर्जेंटीना, ईरान, सऊदी अरब, यूएई, मिश्र और कज़ाख़िस्तान के विदेश मंत्री भी उपस्थित थे।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, ब्राजील, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका 2022 में 166 ब्रिक्स आयोजनों में रूस के साथ जुड़े और कुछ सदस्य रूस के लिए महत्वपूर्ण निर्यात बाजार बन गए है। दुनिया के लगभग 23 देशों ने ब्रिक्स का हिस्सा बनने के लिए आवेदन किया है। इस मामले पर भारतीय विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया, कि विस्तार पर हमारी सोच सकारात्मक है। साथ ही दूसरा एजेंडा कॉमन करेंसी में कारोबार का भी है। ब्रिक्स सम्मेलन में नेशनल करेंसी में कारोबार के मुद्दे पर भी चर्चा की जाएगी।
उल्लेखनीय है, कि दक्षिण अफ्रीका 2019 के बाद ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के पहले प्रत्यक्ष सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होने से पहले अपने संबोधन में कहा, कि ब्रिक्स देश विभिन्न क्षेत्रों में एक मजबूत सहयोग एजेंडा अपना रहे है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘हम मानते हैं कि ब्रिक्स विकास संबंधी अनिवार्यताओं और बहुपक्षीय प्रणाली में सुधार सहित पूरे ‘ग्लोबल साउथ’ के लिए चिंता का सबब बने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श करने का मंच बन गया है। बता दें, जोहान्सबर्ग में मंगलवार से ब्रिक्स सम्मेलन आरंभ होने जा रहा है। 2019 के बाद ये पहली मर्तबा है, कि जब ब्रिक्स की ये पहली ऑफलाइन बैठक आयोजित होने जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आगामी 22 से 24 अगस्त तक आयोजित होने वाले इस शिखर सम्मेलन में अपनी करेंसी में कारोबार करने पर भी बातचीत की जाएगी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहले ही इंकार कर चुके है। वहीं चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी सम्मेलन में शामिल होंगे। फिलहाल इस बात के कयास लगाए जा रहे है, कि क्या पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुकालात होगी? बता दें, पीएम मोदी और शी जिनपिंग आखिरी बार पिछले साल नवंबर में G-20 बैठक के दौरान मिले थे।