धर्मनगरी पर भगवान भोलेनाथ की भक्ति का रंग चढ़ा हुआ है। हरिद्वार में डाक कांवड़ियों का सैलाब उमड़ पड़ा है। चारों तरफ भोले के भक्त नजर आ रहे हैं। बोल बम, बम-बम के जयकारों व डाक कांवड़ के डीजे पर शिवभजनों की गूंज के सिवाय अन्य कोई स्वर नहीं सुनाई पड़ रहा है। हाईवे पर डाक कांवड़ का सैलाब गंगा जल लेकर मंजिल की तरफ बढ़ रहा है। कुल मिलाकर कुंभनगरी फिलहाल शिवभक्ति से सराबोर है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, धर्मनगरी हरिद्वार के तमाम गंगा घाटों से लेकर हाइवे और शहर की कॉलोनियों तक में कांवड़ यात्री ही नजर आ रहे है। लक्सर की तरफ से बैरागी कैंप पहुंच रहे डाक कांवड़ियों की गाड़ियों को शंकराचार्य चौक की तरफ से हाईवे पर भेजे जा रहे है। इसके साथ ही टूव्हीलर पर आने वाले डाक कांवड़िये कांवड़ पटरी और शहर के अंदर से गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंच रहे है।
हाईवे पर शंकराचार्य चौक से लेकर सिंहद्वार, गुरुकुल कांगड़ी विवि के पास फ्लाईओवर, ज्वालापुर से लेकर बहादराबाद तक हाईवे डाक कांवड़ियों के वाहनों से पूरा पैक हो चुका है। ट्रक-ट्रैक्टर ट्राली और दुपहिया वाहनों के साथ ही कांवड़िए पैदल गंगाजल लेकर हाईवे से दौड़ते हुए गंतव्य की ओर से निकल रहे है।
कांवड़ यात्रा का भव्य, विहंगम और मनोरम दृश्य…#KanwarYatra2023 आस्था का उमड़ता जन सैलाब।#UttarakhandPolice pic.twitter.com/XmnRkp8Skt
— उत्तराखण्ड पुलिस – Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) July 14, 2023
रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते गुरुवार शाम छह बजे तक 68 लाख 70 हजार कांवड़िए गंगाजल भरकर रवाना हो चुके है। मेले के 10वें दिन कांवड़ियों का आंकड़ा तीन करोड़ 28 लाख को पार कर गया जबकि अंतिम दिवस शुक्रवार तक चार करोड़ का आंकड़ा पार होने की उम्मीद जताई जा रही है। 12 घंटे के भीतर पुलिस ने करीब 55 हजार डाक वाहन हरिद्वार से रवाना किए है। जबकि अभी तक आठ लाख से ज्यादा बाइकर्स कांवड़ यात्री गंगाजल लेकर अपने गंतव्य को लौट चुके है।
मौसम खुलने के चलते शुक्रवार को भी हरिद्वार में डाक कांवड़ पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है। एसएसपी अजय सिंह ने मीडिया को बताया, कि बृहस्पतिवार की शाम छह बजे तक 68 लाख 70 हजार कांवड़िए अपने गंतव्य को प्रस्थान कर गए हैं। अब तक तीन करोड़ 28 लाख शिवभक्त हरिद्वार से रवाना हो चुके हैं।
उल्लेखनीय है, कि भगवान शिव को समर्पित सावन मास की शिवरात्रि कल शनिवार (15 जुलाई 2023) को मनाई जाएगी। इसके लिए सभी शिव मंदिरों में पूजा, रुद्र पाठ का आयोजन किया जायेगा।