
देहरादून नगर निगम, (चित्र साभार: जागरण)
केंद्र सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 अवॉर्ड का ऐलान कर दिया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विज्ञान भवन में आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) द्वारा आयोजित एक समारोह में स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 पुरस्कार प्रदान किए। इंदौर ने एक बार फिर भारत के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में लगातार आठवीं बार शीर्ष स्थान हासिल किया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 पुरस्कार प्रदान किए।
अहमदाबाद, भोपाल और लखनऊ भारत के नए शीर्ष स्वच्छ शहरों के रूप में उभरे हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण के पुरस्कारों में महाकुंभ को… pic.twitter.com/xkq0hKnymR
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) July 17, 2025
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना प्राचीन काल से ही स्वच्छता पर जोर देती रही है। उन्होंने कहा, कि अपने घरों, पूजा स्थलों और आस-पास के वातावरण को साफ रखने की परंपरा हमारी जीवनशैली का अभिन्न अंग थी।”
राष्ट्रपति ने कहा, “राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कहते थे, कि स्वच्छता ईश्वर भक्ति के बाद आती है। वे स्वच्छता को धर्म, अध्यात्म और नागरिक जीवन का आधार मानते थे। मैंने जनसेवा की अपनी यात्रा स्वच्छता से जुड़े कार्यों से शुरू की थी। उन्होंने कहा, कि अधिसूचित क्षेत्र परिषद की उपाध्यक्ष के रूप में मैं प्रतिदिन वार्डों का दौरा करती थी और सफाई कार्य का निरीक्षण करती थी।”
गौरतलब है, कि केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में देहरादून नगर निगम को 62वीं रैंक मिली। जिसमें पिछले साल यानी 2023 की अपेक्षा सुधार हुआ है। पिछले साल देहरादून नगर निगम 6 पायदान नीचे यानी 68 वीं रैंक पर था, लेकिन इस बार सुधार देखने को मिला है। वहीं, इस साल रुद्रपुर नगर निगम को 68वीं रैंक मिली है, जो पूरे प्रदेश में दूसरी रैंक है।
नगर आयुक्त, देहरादून नमामि बंसल ने बताया, “यह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि देहरादून को एक स्वच्छ और स्वस्थ शहर बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक उपलब्धि है।” देहरादून नगर निगम की यह उपलब्धि शहरवासियों, सफाई कर्मचारियों, स्वच्छता स्वयंसेवकों और निगम प्रशासन के सामूहिक प्रयास का परिणाम है।”
हरबर्टपुर नगर पालिका स्वच्छता रैंकिंग में 53वें स्थान पर आई। हरिद्वार की 363वीं रैंकिंग, अल्मोड़ा की 907वीं , हल्द्वानी की 291, जो पिछली बार 237वीं थी। कोटद्वार की 232 रैंक, पिथौरागढ़ की 177 रैंक मिली। जबकि, लालकुआं नगर पंचायत ने सबसे स्वच्छ नगर पंचायत के रूप में अपनी प्रतिष्ठा को मजबूत किया है। लालकुआं को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा सम्मानित किया गया।
बता दें, कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 पुरस्कार “रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल” की थीम पर केंद्रित हैं। 3,000 से ज़्यादा मूल्यांकनकर्ताओं ने 45 दिनों की अवधि में देश भर के हर वार्ड में गहन निरीक्षण किया। इस पहल में 11 लाख से ज़्यादा घरों का मूल्यांकन शामिल था और 14 करोड़ से अधिक नागरिकों को शामिल किया गया।