
उत्तराखंड के चमोली जनपद में सोमवार सुबह तड़के बादल फटने की घटना के बाद हुई भारी बारिश से नारायणबगड़ में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के मजदूरों की लगभग सात झोपड़ियां गधेरे (बरसाती नाले) बह गईं है। भारी वर्षा के बाद बरसाती पानी के साथ आए मलबे ने गांव में तबाही मचाई है।
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा भी तत्काल घटना का संज्ञान लेते हुए स्थानीय प्रशासन को युद्धस्तर पर राहत बचाव कार्य के निर्देश दिए।
चमोली जिले के पंती गांव में बादल फटने की दु:खद सूचना प्राप्त हुई है। स्थानीय प्रशासन राहत व बचाव कार्य में लगा हुआ है। मैं बाबा केदार से सभी की कुशलता की कामना करता हूँ।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 20, 2021
बरसाती नाले के तेज बहाव में कर्णप्रयाग-ग्वालदम राजमार्ग के किनारे स्थित बीआरओ के मजदूरों की लगभग सात झोपड़ियां बह गईं। गनीमत रही, कि जब मलबा झोपड़ियों में घुसा उस वक्त मजदूर अपनी झोपड़ियों में ही थे, किन्तु उसके बाद भी जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ। मलबे के झोपड़ियों में घुसने की वजह से मजदूरों के 19 परिवार बेघर हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार, स्थानीय निवासियों और झोपड़ियों में रहने वाले मजदूरों के परिजनों ने तत्काल तत्परता दिखाते हुए बच्चों और महिलाओं को हादसे से पहले सैलाब से सुरक्षित कर लिया। सीमा सड़क संगठन में काम करने वाले यह सभी मजदूर झारखंड और नेपाल के रहने वाले बताये जा रहे है।
बरसाती नाले के साथ बाह कर आये भीषण मलबे की वजह से कर्णप्रयाग-ग्वालदम राजमार्ग बाधित हो गया है। प्रशासन द्वारा हाई वे को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। बताया जा रहा है, कि एक दुकान में मलबा घुसने की सूचना है।
आज दिनांक 20/09/2021 को नारायणबगड़ के पास पंती गदेरे में प्रात: 5:30 बजे लगभग बादल फटाl प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना में जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ l स्थानीय पुलिस मौके पर मौजूद है, घटना में कुछ लोगों को चोटें आयी हैं जो PHC नारायण बगड़ में उपचाराधीन हैं।
जनपद चमोली पुलिस pic.twitter.com/tdFeSJLwU7
— Chamoli Police Uttarakhand (@chamolipolice) September 20, 2021
बादल फटने की घटना के बाद आयी आपदा से सीमा सड़क संगठन के मजदूरों की झोपड़ियों को नुकसान पहुंचने के साथ ही मलबे में कई वाहन भी दबे होने की सूचना है। वहीं देरी से विदा हो रहे मानसून ने सामान्य जान जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है, मौसम विभाग ने प्रदेश में आगामी 23 सितम्बर तक भारी बरसात का येलो अलर्ट जारी किया है।