
सीएम धामी ने चरण धोकर किया कांवड़ियों का स्वागत
हरिद्वार में कांवड़ मेला चरम पर पहुंच चुका है। धर्मनगरी में हर-हर महादेव के जयकारों की गूंज के बीच गंगा घाट केसरिया रंग में रंगे नजर आ रहे हैं। इस दाैरान हरकी पैड़ी पर कावंड़ यात्री उत्साहित नजर आ रहे है। देश के कोने-कोने से आए लाखों कांवड़िए गंगाजल लेकर अपने-अपने गंतव्यों की ओर रवाना हो रहे है। वहीं, आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी हरिद्वार पहुंचे।
इस दौरान सीएम धामी ने शिव भक्त कांवड़ियों के चरण धोकर धर्मनगरी में उनका स्वागत किया। इसके बाद हरकी पैड़ी पर कांवड़ यात्रियों के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने गंगा तट पर 251 फीट ऊँचे भगवा ध्वज हेतु निर्माण कार्य का शिलान्यास एवं प्रकृति संरक्षण का संदेश देते हुए पौधारोपण भी किया।
LIVE: हरिद्वार में कावड़ यात्रियों की सेवा व सम्मान कार्यक्रम
https://t.co/KQqAngyNJp— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 17, 2025
गुरुवार (17 जुलाई 2025) को सीएम धामी ओम पुल के निकट गंगा तट पर पहुंचे। गंगा नदी के पवित्र तट पर मुख्यमंत्री ने शिवभक्त कांवड़ियों के चरण धोये। उन्होंने इसे भगवान भोलेनाथ की सेवा के बराबर बताया। सीएम धामी ने सम्मान स्वरूप कांवड़ियों को गंगाजल, रुद्राक्ष माला, फल आदि भेंट कर उनका स्वागत किया और मंगलमय यात्रा की कामना की।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, शिवभक्तों का स्वागत अभिनंदन करके ऐसा लगता है, जैसे हम भगवान भोलेनाथ की सेवा कर रहे हो। उन्होंने कहा, देवाधिदेव महादेव से समस्त कांवड़ियों की मंगलमयी, सुरक्षित और श्रद्धा से परिपूर्ण यात्रा की कामना करता हूं। शिवभक्त कांवड़ियों की आस्था और श्रद्धा का सम्मान करते हुए हमारी सरकार ने उनकी यात्रा को सुरक्षित, स्वच्छ और सुविधाजनक बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए हैं।
सीएम धामी ने कहा, कि कांवड़ यात्रा के दौरान पूरे देशभर के शिव भक्त कांवड़िए भाई बहन करोड़ों की संख्या में मां गंगा का जल लेने के लिए हरिद्वार आते है। शिव भक्त सैकड़ों किलोमीटर की पैदल कठिन यात्रा करके अपने शिवालयों तक पहुंचते है। उन्होंने कहा, कि कांवड़ मेला उत्तराखंडवासियों के लिए एक बड़ा आध्यात्मिक उत्सव है, जिसमें देशभर से लाखों शिवभक्त शामिल होते है।
मुख्यमंत्री धामी ने बताया, कि कांवड़ मेले के दौरान स्वच्छता, शुद्ध पेयजल और चिकित्सा जैसी सभी आवश्यक व्यवस्थाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। सरकार का उद्देश्य है, कि हर शिवभक्त एक अविस्मरणीय अनुभव लेकर उत्तराखंड से लौटे। उन्होंने बताया, कि अभी तक 1 करोड़ शिवभक्त हरिद्वार से जल लेकर अपने-अपने शिवालयों के लिए रवाना हो चुके है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति और श्रद्धा को ध्यान में रखते हुए सरकार कांवड़ियों की यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने यह भी जानकारी दी, कि 2027 के कुंभ को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष मार्गदर्शन लगातार मिल रहा है।