देहरादून में अवैध बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार, (फोटो साभार : X@uttarakhandcops)
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पकड़े गए बांग्लादेशी घुसपैठिए से हुई पूछताछ के बाद एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जाँच के दौरान हिंदू महिला का जबरन धर्मातरण का मामला भी सामने आया है। बीती 21 नवंबर को दून पुलिस के हत्थे चढ़ा बांग्लादेशी घुसपैठिये त्यूणी की महिला रीना चौहान को बांग्लादेश ले गया, जहां उसने महिला का अवैध मतांतरण कराया।
जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेशी घुसपैठिए ममून हसन द्वारा हिंदू महिला का धर्मांतरण किए जाने के संबंध में पुलिस को अहम सुराग मिले है। हिंदू महिला के मुस्लिम नाम से बने बांग्लादेशी दस्तावेज पुलिस ने बरामद किये है। आरोपित ने बांग्लादेश में रीना चौहान को नया नाम फरजाना अख्तर दिया और उससे निकाह रचा लिया। उसके बाद दोनों निकाह कर अवैध रूप से भारत आ गए।
इस मामले में जबरन धर्मांतरण का पहलू सामने आने के बाद पुलिस पूरे प्रकरण की गहनता से विस्तृत जांच कर रही है। वहीं इस मामले में धर्मांतरण कराने वाले गिरोह के शामिल होने की भी आशंका भी जताई जा रही है।
बांग्लादेशी नागरिक की गिरफ्तारी प्रकरण में अवैध धर्मांतरण का भी मामला आया सामने
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अवैध शराब के साथ 02 अभियुक्त गिरफ्तार
सेवा की वर्दी का कपड़ा बेचने वाले दुकानदार पर अभियोग पंजीकृत pic.twitter.com/lT0Ixxdgad
— Dehradun Police Uttarakhand (@DehradunPolice) November 24, 2025
एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने बताया, “भारतीय नागरिक के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाकर भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिक ममून हसन की गिरफ्तारी के प्रकरण में दून पुलिस द्वारा लगातार बांग्लादेश में संबंधित एजेंसी से संपर्क कर पूरे प्रकरण से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण कड़ियों को जोड़ा जा रहा है। पुलिस को पूरे प्रकरण से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज प्राप्त हुए हैं।”
एसएसपी, देहरादून ने कहा, कि जांच में सह अभियुक्ता रीना चौहान के धर्म बदलकर बनाए गए फर्जी बांग्लादेशी प्रमाण पत्र पुलिस के हाथ लगे। इनमें आरोपित ने रीना चौहान को फरजाना अख्तर बनाकर उससे बांग्लादेश में निकाह किया था। साथ ही पूरे मामले में धर्मांतरण का प्रकरण सामने आने पर पुलिस द्वारा हर पहलू से अभियोग की विस्तृत जांच की जा रही है।
बता दें, कि थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस और एलआईयू की टीम बीती 20 नवंबर को गोपनीय सूचना के आधार पर नेहरू कॉलोनी क्षेत्र से बांग्लादेशी घुसपैठिए ममून हसन निवासी मेहरपुर बांग्लादेश और रीना चौहान निवासी त्यूणी देहरादून को गिरफ्तार किया था। दोनों वर्तमान में अलकनंदा एंक्लेव में किराए के मकान में रह रहे थे।
बांग्लादेशी घुसपैठिए ममून वर्ष 2019, 2020 और 2021 में तीन बार टूरिस्ट वीजा पर भारत आकर देहरादून में त्यूणी क्षेत्र की महिला रीना चौहान से मिला था। आरोप है, कि वर्ष 2022 में ममून हसन रीना को अवैध रूप से सीमा पार कर कर बांग्लादेश ले गया। जहां ममून ने रीना का जबरन धर्मांतरण कराया और उसे नया नाम फरजाना अख्तर दिया। जिसके बाद दोनों ने निकाह कर लिया।
बांग्लादेश में कुछ दिन बिताने के बाद आरोपित ममून और रीना उर्फ फरजाना अख्तर अवैध रूप से सीमा पार करके देहरादून के विभिन्न स्थानों पर किराये के मकानों पर रहे। ममून हसन की पहचान छुपाने के लिए रीना ने अपने पहले पति सचिन चौहान के नाम से उसके फर्जी दस्तावेज भी बनवा दिए। आरोपित महिला रीना ने यह दस्तावेज कहां से बनवाए, पुलिस इसकी जानकारी जुटा रही है।
गौरतलब है कि यूपी एटीएस ने इसी साल जुलाई के महीने में धर्मांतरण गिरोह चलाने के आरोप में छांगुर बाबा को गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया, कि गिरोह के सदस्य कट्टरपंथी मानसिकता से प्रेरित होकर हिंदुओ और गैर-मुस्लिमों को भय व लालच देकर धर्मातरण करवा रहे थे। यूपी समेत अन्य पांच प्रदेशों में धर्मांतरण का गिरोह चलाने वाला छांगुर खुद को पीर बाबा बताता था।
एटीएस की जांच में सनसनीखेज खुलासा हुआ था, कि छांगुर ने वर्ष 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिश रची थी। चार्जशीट में 29 गवाहों के बयान में 29 गवाहों के बयान शामिल हैं, जिनमें 10 पीड़ित है। छांगुर बाबा के अवैध धर्मांतरण गैंग को लेकर उत्तराखंड में भी छापेमारी हुई थी। यहां से कुछ आरोपितों को पूछताछ के लिए यूपी एटीएस ले गई थी।

