
पाकिस्तान में बिजली संकट ( सांकेतिक फोटो साभार: Canva.com)
भीषण बदहाली और ऐतिहासिक आर्थिक संकट झेल रहे पाकिस्तान की दुश्वारियों में लगातार बढ़ोतरी जारी है। सोमवार (23 जनवरी, 2023) को पाकिस्तान के इस्लामाबाद से लेकर लाहौर तक लगभग सभी बड़े महानगरों में बिजली गुल हो गई। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के नेशनल ग्रीड में आई तकनीकी खराबी के चलते मुल्क के बड़े भाग में बिजली की आपूर्ति बंद हो गई।
पाकिस्तान सरकार के ऊर्जा मंत्रालय ने ट्वीट कर इस मामले में जानकारी देते हुए लिखा, “प्राथमिक रिपोर्टों के मुताबिक, आज सुबह 7:34 बजे नेशनल ग्रिड की सिस्टम फ्रीक्वेंसी कम हो गई, जिसके परिणामस्वरूप बिजली आपूर्ति खराब हो गई है। इसे ठीक करने के प्रयास किए जा रहे है।”
ابتدائی اطلاعات کے مطابق آج صبح 7:34 پر نیشنل گرڈ کی سسٹم فریکوئنسی کم ہوئ جس سے بجلی کے نظام میں وسیع بریک ڈاؤن ہوا
سسٹم کی بحالی پر کام تیزی سےجاری ہے— Ministry of Energy (@MoWP15) January 23, 2023
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लाहौर, कराची, क्वेटा, पेशावर और इस्लामाबाद समेत मुल्क के कई शहरों में बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है। इन बड़े शहरों में बिजली सप्लाई को सुचारु करने में कई घंटो का वक्त लग सकता है। क्वेटा इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (क्यूईएससीओ) ने बयान जारी कर कहा, कि गुड्डू से क्वेटा तक दो ट्रांसमिशन लाइनें टूट गईं, जिससे बलूचिस्तान के 22 जिले अंधेरे में है। इस्लामाबाद के 117 ग्रिड स्टेशन भी बिना बिजली के बंद पड़े है।
पाकिस्तानी ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, कि ईंधन बचाने के लिए हम रात में बिजली उत्पादन इकाइयों को बंद कर देते है। खुर्रम ने कहा, “जब आज सुबह साढ़े सात बजे एक-एक कर सिस्टम चालू किए गए, तो देश के दक्षिणी भाग में जमशोरो और दादू के बीच लाइन में खराबी आ गई और सिस्टम एक-एक करके बंद होने लगे।
गौरतलब है, कि आर्थिक रूप से बदहाल पाकिस्तान में बिजली की भारी किल्लत का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है, कि इस महीने की शुरुआत में पीएम शहबाज शरीफ ने सभी संघीय विभागों को बिजली की खपत कम करने के निर्देश दिए थे। बिजली की खपत काम करने के लिए देश के रेस्टोरेंट्स को रात 10:30 बजे तक बंद करने का आदेश दिए गए थे। साथ ही शॉपिंग मॉल को भी रात 8:30 बजे तक बंद करने के आदेश दिए गए थे।
पाकिस्तानी सरकार के आर्थिक आपातकाल वाले इन फैसलों के चलते भीषण आर्थिक मंदी झेल रहे कारोबारियों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। बता दें, पिछले तीन महीनों में यह दूसरी दफा है, जब पाकिस्तान में इतने बड़े स्तर पर बिजली संकट मंडरा रहा है। पिछली बार विद्युत लाइन में तकनीकी समस्या के चलते आपूर्ति प्रभावित हुई थी, जबकि इस बार ईंधन लागत (Fuel costs) बचाने के प्रयास में बिजली संकट उत्पन्न किया गया है।