टिहरी बांध
टिहरी गढ़वाल जिले में भागीरथी नदी पर बना भारत का सबसे ऊंचा और दुनिया के सबसे ऊंचे बांधों में से एक टिहरी डैम पर वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है। यह रोक डैम में चल रहे आवश्यक मरम्मत कार्यों के चलते लगाई गई है। अब केवल अधिकृत वाहन ही टिहरी डैम के ऊपर से आवागमन कर सकेंगे।
टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड ने टिहरी बांध क्षेत्र से जुड़ी एक अहम जानकारी साझा की है। टिहरी डैम में चल रहे जरुरी मरम्मत कार्यों के कारण बांध के ऊपर से आम वाहनों की आवाजाही अगले आदेश तक पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दी गई है। यह निर्णय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है, ताकि मरम्मत कार्य सुचारू रूप से चलते रहें।
टीएचडीसी के अनुसार, इस प्रतिबंध के दौरान केवल आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों जैसे एम्बुलेंस, पुलिस, आपातकालीन सेवा या विभागीय वाहन को ही डैम के ऊपर से गुजरने की अनुमति होगी। प्रशासन ने लोगों से अपील की है, कि वह वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और अनावश्यक रूप से डैम की ओर न आएं।
प्रशासन के अनुसार, डैम के मरम्मत का कार्य पूरा होते ही यातायात बहाल किए जाने की जानकारी अलग से जारी की जाएगी। स्थानीय लोगों और यात्रियों के लिए यह अस्थायी प्रतिबंध कुछ असुविधा पैदा कर सकता है। विभाग का कहना है, कि क्षेत्र की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम बेहद जरूरी है।
बता दें, कि उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में भागीरथी नदी पर बना भारत का सबसे ऊंचा और दुनिया के सबसे ऊंचे बांधों में से एक है। टिहरी बांध सामरिक सुरक्षा के लिहाज़ से बेहद अहम है क्योंकि यह भारत की सबसे ऊंची और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक है।
टीएचडीसी समय-समय पर इसकी मरम्मत का काम करता रहता है। जिसके लिए बांध के ऊपर सामान्य वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई जाती है। इस बार भी बांध की सुरक्षा को दृष्टिगत वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है। इसकी सुरक्षा के लिए CISF जैसे केंद्रीय बल तैनात हैं और किसी भी खतरे से निपटने के लिए विशेष सतर्कता बरती जाती है।
