
बेरोजगार संघ का भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का दावा, (फोटो साभार: X@ETVBharatUK)
कुख्यात नकल माफिया हाकम सिंह की गिरफ्तारी की अगली सुबह रविवार को हुई उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा फिर विवादों में आ गई। दरअसल, बेरोजगार संघ ने दावा किया है, कि परीक्षा शुरू होने के करीब आंधे घंटे बाद ही पेपर के तीन पेज सोशल मीडिया में वायरल होने लगे। बता दें, कि परीक्षा रविवार 21 सितंबर की सुबह 11 बजे प्रदेश के 445 केंद्रों में आयोजित हुई।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तराखंड अधिनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा शुरू हुए अभी 35 मिनट ही हुए थे, कि एक परीक्षा केंद्र से पेपर के तीन पेज सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। बेरोजगार संघ का कहना है, कि परीक्षा समाप्त होने के बाद जब अभ्यर्थियों ने इससे अपने पेपर का मिलान किया, तो उन्होंने इसके सवाल एक जैसे ही पाए।
बेरोजगार संघ ने दावा किया है, कि हरिद्वार के एक परीक्षा केंद्र से पेपर लीक हुआ है। संघ ने मंगलवार 22 सितंबर को देहरादून के परेड ग्राउंड में इकट्ठा होकर सचिवालय कूच करने का ऐलान किया है। साथ ही इस पूरे मामले की सीबीआई जांच करने की मांग रखी है।
यूकेएसएसएससी अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने पेपर लीक के आरोप का खंडन करते हुए कहा, “इसे आप पेपर लीक नहीं कह सकते हैं। पेपर लीक अलग बात हो गई। किसी सेंटर से एक पेपर के तीन पेज बाहर आए हैं। हो सकता है कि कहीं और चला गया हो। किसी ने मदद कर दी हो। हम सभी सेंटर पर जैमर लगाते हैं, फोन करने के बाद भी इस्तेमाल नहीं कर सकता।”
उन्होंने कहा, कि शुरुआती जांच में यह पन्ने पढ़ने योग्य नहीं पाए गए है। चेयरमैन ने बताया, कि हमारे लिए भी यह आश्चर्यजनक है। यह चिंता का विषय है, हम देख रहे हैं। हमने एसएसपी देहरादून और एसएसपी एसटीएफ को जांच के लिए पत्र भेजा है। आयोग अपने स्तर पर भी इसकी जांच कर रहा है। इसकी विस्तृत जांच कराई जा रही है।
बता दें, कि शनिवार 20 सितंबर को दून पुलिस और एसटीएफ ने यूकेएसएसएससी भर्ती परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों के साथ ठगी करने वाले नकल माफिया हाकम सिंह और उसके सहयोगी पंकज गौड़ को गिरफ्तार किया था। जांच में पता चला, कि यह दोनों आरोपित अभ्यर्थियों को परीक्षा में नकल कराने का झांसा देकर 12 से 15 लाख रुपये मांग रहे थे।