
सीएम धामी ने लोकपर्व हरेला पर लगाया रुद्राक्ष का पौधा, (फोटो साभार :X@DIPR_UK)
उत्तराखंड में आज बुधवार 16 जुलाई को हरेला पर्व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। श्रावण मास की शुरुआत पर मनाया जा रहा हरेला पर्वतीय राज्य की संस्कृति और हरियाली का उत्सव है। इस अवसर पर ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरों तक हरियाली के लिए पौधारोपण की मुहिम चलाई जा रही है। मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर हरेला पर्व पर एक दिन में ही राज्य में पांच लाख पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया है।
पौधारोपण की मुहिम के तहत गढ़वाल मंडल में 3 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य तय किया गया है, जबकि कुमाऊं मंडल में 2 लाख पौधे रोपे जाएंगे। हरेला पर्व को लेकर प्रदेश भर में कार्यकम आयोजित किए जा रहे है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री आवास के समीप स्थित गोरखा मिलिट्री इंटर कॉलेज में प्रदेश का मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया।
LIVE: देहरादून में आयोजित 'हरेला का त्यौहार मनाओ, धरती माँ का ऋण चुकाओ' आओ मनायें हरेला कार्यक्रम
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कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्राक्ष का पौधा रोपा। सीएम धामी ने हरेला पर्व पर पौधरोपण करते हुए कहा, कि लोकपर्व हरेला देवभूमि उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक आत्मा और प्रकृति से गहरे जुड़ाव का प्रतीक है। उन्होंने कहा, कि पीएम मोदी से प्रेरणा लेकर हमारी सरकार ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान को आगे बढ़ाते हुए इस पर्व को ‘हरेला का त्योहार मनाओ, धरती माँ का ऋण चुकाओ’ की थीम पर मनाया।”
सीएम धामी ने कहा, कि हरेला केवल एक पर्व नहीं, बल्कि उत्तराखंड की संस्कृति, प्रकृति और चेतना से जुड़ा एक गहरा भाव है, जो हमें पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारियों की याद दिलाता है। उन्होंने बताया, कि हरेला पर्व के दिन लगभग 5 लाख पौधे रोपे जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, कि वन विभाग के प्रत्येक डिवीजन में 50 प्रतिशत फलदार पौधे लगाए जाने का लक्ष्य तय किया गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि इस महाभियान में सरकार द्वारा जनसहभागिता, स्वयंसेवी संगठनों, छात्र-छात्राओं, महिला समूहों और पंचायतों का सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा, कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि लगाए गए पौधों की नियमित देखभाल की जाए, जब तक वे वृक्ष का रूप न ले लें। उत्तराखंड प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता से समृद्ध राज्य है, जिसकी रक्षा करना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तराखण्ड के लोकपर्व हरेला के पावन अवसर पर गोरखा मिलिट्री इंटर कॉलेज परिसर, देहरादून में “हरेला का त्योहार मनाओ, धरती माँ का ऋण चुकाओ” थीम पर आयोजित राज्यव्यापी पौधारोपण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने रुद्राक्ष का पौधा भी… pic.twitter.com/miOqbwfhOV
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सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे ‘पंचामृत संकल्प’, ‘नेट ज़ीरो इमिशन’, ‘लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट’ और ‘एक पेड़ माँ के नाम’ जैसे अभियानों का उल्लेख करते हुए कहा, कि राज्य सरकार भी इन्हीं मूल्यों को आत्मसात करते हुए कार्य कर रही है। उन्होंने बताया, कि इस वर्ष देशभर में 108 करोड़ पौधे लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि राज्य में पर्यावरण संरक्षण के लिए ‘स्प्रिंग एंड रिवर रिजुविनेशन अथॉरिटी (SARRA)’ का गठन किया गया है। इसके माध्यम से अब तक 6,500 से अधिक जल स्रोतों का संरक्षण और 3.12 मिलियन घन मीटर वर्षा जल का संचयन किया गया है। उन्होंने कहा, कि राज्य में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है और वाहनों में कूड़ेदान अनिवार्य कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया, कि वे अपने जीवन के विशेष अवसरों पर एक पौधा अवश्य लगाएं और उसकी देखभाल करें, जिससे पर्यावरण संरक्षण को जनांदोलन बनाया जाए। सीएम धामी ने कहा, कि उत्तराखंड राज्य में भी प्रकृति संरक्षण, जीव जंतुओं के लिए फलदार वृक्ष लगाने के साथ ही प्रदेश के जल स्रोतों के नवजीवन के लिए पेड़ लगाना और उनका संरक्षण करना सरकार की प्राथमिकता है।
इस अवसर पर विधायक कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, विधायक श्रीमती सविता कपूर, खजान दास, देहरादून के मेयर सौरभ थपलियाल, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा सहित वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।