
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में गंगोलीहाट सीट पर पूर्व में कारपेंटर का कार्य कर चुके भाजपा उम्मीदवार फकीर राम टम्टा कांग्रेस प्रत्याशी खजान चंद्र गुड्डू को हराकर सदन तक पहुंच गए है। गंगोलीहाट विधानसभा सीट से नवनिर्वाचित विधायक फकीर राम टम्टा की सादगी के सभी लोग कायल है। विधायक फकीर राम कभी खुद कारपेंटर का काम करते थे, वहीं आज उनका बड़ा बेटा वाहनों के पंक्चर बनाने का काम करता है, जबकि उनका छोटा बेटा वीरेंद्र राम फर्नीचर का काम करता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विधायक फकीर राम के दो पुत्र और दो पुत्रियां है। बड़े बेटे जगदीश राम ने मीडिया को बताया, कि वह लगगभग 12 साल से पंक्चर लगाने का काम कर रहे है, और इसी आमदनी से उनके परिवार का खर्च चलता है। उन्होंने बताया, कि उनका छोटा भाई वीरेंद्र राम फर्नीचर का काम करता है। जगदीश राम ने कहा, कि उनके पिता के चुनाव जीतने पर परिवार बेहद खुश है।
He is Uttarakhand BJP MLA Fakir Ram Tamta’s son. He fixes puncture to earn his livelihood.
BJP was in sticky position in Gangolighat but as soon as BJP gave ticket to Fakir ji who is known for his clean image game changed in BJP’s favour. pic.twitter.com/4oP9nxwEHR
— News Arena (@NewsArenaIndia) March 14, 2022
उल्लेखनीय है, कि बेरीनाग विकासखंड के नगौर गांव के निवासी फकीर राम टम्टा का शुरुआती दौर बेहद संघर्षपूर्ण रहा। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उन्होंने परिवार के भरण पोषण के लिए कारपेंटर का काम करना शुरू किया। युवावस्था से फकीरा राम ने जनसंघ और भाजपा संगठन के लिए समर्पण भाव से कार्य किया।
साल 2012 और 2017 के विधानसभा चुनावो में फकीरा राम ने गंगोलीहाट विधानसभा सीट से विधायक के लिए दावेदारी प्रस्तुत की, लेकिन अंतिम चरण में उनका टिकट कट गया। सीधे और सरल स्वाभाव के फकीर राम टम्टा को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का करीबी माना जाता है।
बीते शनिवार को पुनः पुष्कर सिंह धामी को प्रदेश की कमान सौंपे जाने को लेकर गंगोलीहाट के नवनिर्वाचित विधायक फकीर राम ने अपना समर्थन दिया है। उन्होंने कहा, कि पुष्कर धामी के नेतृत्व में भाजपा ने दो तिहाई बहुमत हासिल किया है। ऐसे में उन्हें ही प्रदेश की बागडोर सौंपी जानी चाहिए। धामी के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने छह माह के अल्पकाल में महत्वपूर्ण कार्य किए। कार्यकर्ताओं में नया जोश भरा, जिससे चुनाव में पार्टी को बड़ी सफलता हासिल हुई।