
हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के मामले में जीतेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को उत्तराखंड पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। जितेंद्र नारायण त्यागी को हरिद्वार के नारसन बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर हरिद्वार कोतवाली लेकर ले गई, जहां जितेंद्र नारायण त्यागी के समर्थन में कोतवाली में लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी।
Uttarakhand Police have arrested Wasim Rizvi alias Jitendra Tyagi in connection with the Haridwar 'Dharm Sansad' hate speech case from Narsan border, Roorkee: Swatantra Kumar, SP City Haridwar pic.twitter.com/LrtYBIjid5
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 13, 2022
ऑपइंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस संबंध में ऑपइंडिया के द्वारा स्वामी यति नरसिंहानंद महाराज से संपर्क किया, तो उन्होंने जीतेंद्र नारायण त्यागी की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। रिपोर्ट के अनुसार, यति नरसिंहानंद जीतेंद्र नारायण त्यागी को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद इस बात पर अड़े हुए है, कि या तो पुलिस जितेंद्र नारायण त्यागी को छोड़े या फिर स्वामी नरसिंहानंद को भी गिरफ्तार करे।
हरिद्वार के पास जितेंद्र नारायण त्यागी (वसीम रिज़वी) के गिरफ्तार होने की खबर..@haridwarpolice से बहस करते @Yatinarsingh121 का वीडियो वायरल…@uttarakhandcops द्वारा अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं..@AshokKumar_IPS @pushkardhami @MygovU @DmHaridwar @beingarun28 @BJP4UK pic.twitter.com/e083lacHvN
— Rahul Pandey (Journalist) (@STVRahul) January 13, 2022
हरिद्वार निवासी गुलबहार खान ने पुलिस में दर्ज कराई थी शिकायत
जानकारी के लिए बता दें, हरिद्वार निवासी गुलबहार खान ने पुलिस में दर्ज शिकायत में आरोप लगाय़ा गया था, कि वसीम रिज़वी जिन्हें अब जितेंद्र नारायण त्यागी के नाम से जाना जाता है, उन्होंने कुछ अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर पैगम्बर मोहम्मद और उनके मजहब के खिलाफ गलत बयानबाजी की है। ये बातें हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद के दौरान कही गई थी।
उल्लेखनीय है, कि इस मामले में जितेंद्र नारायण त्यागी के विरुद्ध पुलिस ने धारा 153A के अंतर्गत मामला दर्ज किया था। ऑपइंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जितेंद्र नारायण त्यागी द्वारा ऑपइंडिया को बताया था, कि मेरे खिलाफ हरिद्वार में जो मुकदमा पंजीकृत करवाया गया है, इससे पूर्व असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में भी मुकदमा दर्ज करवाया था।
उन्होंने ऑप इंडिया को बताया था, कि देश के अन्य पुलिस थानों में हेट स्पीच बता कर जो उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किये जा रहे है, ये उन कट्टरपंथी मौलानाओं, और मुस्लिम समाज के आतंकी लोगों की बौखलाहट है। क्योंकि वे अब समझ चुके है, कि उनका ढोल अब फट चुका है। और सत्य उजागर करना हेट स्पीच की श्रेणी में नहीं आता है।
Hate speeches in 'Dharma Sansad' event, Haridwar
Yati Narsinghanand asked Hindus to become Prabhakaran, Bhindranwale. Is it right? No. Uttarakhand Police filed FIR
And most people who're crying are those who were silent when bounties declared on Wasim Rizvi's head few days back
— Anshul Saxena (@AskAnshul) December 23, 2021