
(फोटो साभार: ANI Uttarakhand)
उत्तराखंड में मौसम ने करवट बदल ली है। वर्षा और बर्फबारी से समूचा राज्य कड़ाके की सर्दी की चपेट में आ गया है। चारधाम समेत तमाम ऊंची चोटियों पर बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है। राजधानी देहरादून में गुरुवार देर रात से हो रही वर्षा से हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है। वहीं आपदाग्रस्त जोशीमठ में बर्फबारी के बाद दुश्वारियां बढ़ गईं है। प्रदेशभर में शीत दिवस की स्थिति बनी हुई है।
मौसम के मिजाज में परिवर्तन के चलते तापमान में भी दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज की गई है। ऊंचाई वाले स्थानों में बर्फबारी होने से पूरा राज्य कड़ाके की सर्दी की चपेट में आ गया है। हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में प्रातः काल से ही घना कोहरा छा रहा है और लोग शीत लहर के प्रकोप से परेशान हो रहे है।
उत्तराखंड की पहाड़ियां में बर्फबारी के बाद खूबसूरत नाजारे को देखने के लिए पर्यटकों ने भी बर्फबारी वाले पर्यटक स्थलों की ओर रुख किया। गंगोत्री हाईवे गंगनानी से आगे गंगोत्री तक बर्फबारी के कारण बाधित है। हाईवे राडी टॉप और राना चट्टी से लेकर जानकीचट्टी तक अवरुद्ध है। उत्तरकाशी में गंगोत्री यमुनोत्री धाम सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हो रही है।
#WATCH | White sheet of snow covers Gangotri Dham in Uttarakhand pic.twitter.com/WEz5oveOUH
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 20, 2023
मौसम विभाग ने उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में भी बर्फबारी की संभावना जताई थी और आज सुबह प्रदेश के कई हिस्सों में बर्फबारी का नजारा देखने को मिला। उत्तरकाशी जनपद के 50 से अधिक गांव बर्फ की चादर से ढक गए हैं। नलों में ही पानी जमने से सुबह के समय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने जानकारी दी है, कि अगले 24 घंटे में 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है । पर्वतीय इलाकों में बारिश और बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्रों में भी दिखाई दे रहा है। ऐसे में मैदानी क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले चार दिन प्रदेश में मौसम के मिजाज के चलते चोटियों पर कहीं-कहीं भारी हिमपात हो सकता है।