
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार को नमामि गंगे मिशन के अंतर्गत ऑनलाइन वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उत्तराखंड राज्य में छह बड़ी महत्वकांक्षी परियोजनाओं का शुभारंभ किया है।
परियोजनाओं में हरिद्वार के जगजीतपुर में 68 एमएलडी के ‘जल-मल शोधन संयंत्र’ का निर्माण, 27 एमएलडी के मौजूदा जल-मल शोधन संयंत्र का उन्नयन और हरिद्वार के सराय में 18 एमएलडी का जल-मल शोधन संयंत्र का निर्माण शामिल है।
इसके अलावा पीएम चंडीघाट पर गंगा अवलोकन म्यूजियम, ऋषिकेश में लक्कड़घाट पर 26 एमएलडी के एसटीपी, चंद्रेश्वर नगर में 7.5 एमएलडी व मुनि की रेती चोर पानी में पांच एमएलडी एसटीपी, बदरीनाथ में एक एमएलडी व 0.01 एमएलडी एसटीपी शामिल हैं।
इस दौरान नमामि गंगे परियोजना पर एक लघु फिल्म भी दिखाई गई। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का संबोधन भी हुआ। पीएम रोविंग डाउन द गंगेज पुस्तक और ग्राम पंचायतों व पानी समिति के तहत मार्गदर्शिका का विमोचन भी किया।
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा कहा गया कि इस अवसर पर गंगा से जुड़ी एक किताब का विमोचन भी किया जाएगा जो राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन और भारतीय वन्यजीव संस्थान ने प्रकाशित की है।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पैसा पानी में नहीं बहता बल्कि पानी पर लगाया जाता है। हमारे यहां तो हालत ये थी कि पानी जैसा महत्वपूर्ण विषय अनेकों मंत्रालयों और विभागों में बंटा हुआ था। इन मंत्रालयों और विभागों में ना कोई तालमेल था और ना ही एक समान लक्ष्य के लिए काम करने का कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश था। पानी से जुड़ी चुनौतियों के साथ अब ये मंत्रालय देश के हर घर तक जल पहुंचाने के मिशन में जुटा हुआ है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष ट्रैक्टर जलाकर किसानों को अपमानित कर रहे हैं। आज देश देख रहा है कि कैसे कुछ लोग सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं। आज जब केंद्र सरकार, किसानों को उनके अधिकार दे रही है तो भी ये लोग विरोध पर उतर आए हैं। ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच पाए।