
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश वाराणसी अपने संसदीय क्षेत्र के गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ ऑनलाइन कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वार्ता में कहा कि वाराणसी के नागरिको के साथ बातचीत करना भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने जैसा लगता है।
बैठक में पीएम मोदी ने कहा, यह पवित्र सावन का महीना है। यह भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद है कि कोविड-19 संकट के दौरान भी हमारा वाराणसी पुरे जोश और उत्साह से भरा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 100 वर्ष पूर्व भी इसी प्रकार की महामारी हुई थी माना जाता है कि तब उस वक्त भारत में इतनी बड़ी जनसंख्या नहीं थी। फिर भी उस समय भारत में सबसे अधिक मृत्यु हुई थीं। इसी कारण इस कोरोना काल के समय सम्पूर्ण विश्व भारत के लिए परेशान था।
हमारी काशी में बाबा विश्वनाथ और मां अन्नपूर्णा दोनों विराजते हैं।
तमाम संगठनों के लिए, हम सभी के लिए यह बहुत सौभाग्य की बात है कि इस बार गरीबों की सेवा का माध्यम भगवान ने हमें बनाया।
एक तरह से आप सभी मां अन्नपूर्णा और बाबा विश्वनाथ के दूत बनकर हर जरूरतमंद तक पहुंचे। pic.twitter.com/4RS13UvqPr
— Narendra Modi (@narendramodi) July 9, 2020
पीएम नरेंद्र ने कहा कि अधिकतर विशेषज्ञ भारत पर प्र्शन खड़ा कर रहे थे। और उन विशेषज्ञयो का मानना था कि इस कोरोना महामारी के कारण इस बार भी स्थिति और खराब हो जाएगी। परन्तु लगभग 23-24 करोड़ की जनसंख्या वाले उत्तर प्रदेश ने अपने नागरिको के समर्थन के साथ इन सभी परिस्थिति और आशंकाओं पर नियंत्रण पाया।
ब्राजील जैसे विशाल देश का उदहारण देकर पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश और ब्राजील की जनसंख्या का अनुपात एक प्रकार से सामान ही है। ब्राजील में कोरोना वायरस के चलते तक़रीबन 65,000 नागरिको की मौत हुई है। जबकि उत्तर प्रदेश में मात्र 800 लोग कोरोना के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। इसका सीधा तातपर्य है राज्य में कई नागरिको का जीवन बच गया है।