
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोमवार को ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये इलेक्ट्रॉनिक वाउचर-आधारित डिजिटल भुगतान सिस्टम e-RUPI को लांच किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने संबोधन में कहा, कि वर्तमान में राष्ट्र डिजिटल गवर्नेंस को एक नया आकार दे रहा है। 21 वीं सदी का भारत आज किस प्रकार नई – नई आधुनिक तकनीकी की सहायता से आगे की ओर बढ़ रहा है, e-RUPI तकनीक उसका ही प्रतिबिंब है।
गौरतलब है, कि e-RUPI एक कैशलेस और डिजिटल पेमेंट्स सिस्टम का माध्यम है। यह SMS स्ट्रिंग अथवा एक QR कोड के रूप में लाभार्थियों के मोबाइल फोन पर पहुंचा दिया जाता है। यह एक प्रकार का वन टाइम पेमेंट वाउचर की तरह होगा, जिसे बिना किसी क्रेडिट या डेबिट कार्ड या मोबाइल ऐप या इंटरनेट बैंकिंग के ई -रुपी स्वीकार करने वाले के बिना वाउचर को भुनाने में सक्षम होंगे।
आज देश, डिजिटल गवर्नेंस को एक नया आयाम दे रहा है।
eRUPI वाउचर, देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन को, DBT को और प्रभावी बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है।
इससे Targeted, Transparent और Leakage Free Delivery में सभी को बड़ी मदद मिलेगी: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) August 2, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कहा गया, कि e-RUPI एक तरह से व्यक्ति के साथ उसे भेजने वाले वाले खास मकसद से भी जुड़ा है, यानी रकम भेजने वाला जिस मकसद से सहायता अथवा जिस वजह से दिया जा रहा हो , वह पैसा उसी के लिए प्रयोग होगा, यह e-RUPI के माध्यम से सुनिश्चित होने जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कहा गया कि पहले हमारे देश में कुछ लोगो कि सोच थी और वे खुले आम यह स्वीकार भी करते थे,कि आधुनिक तकनीक तो मात्र धनवान लोगो कि वस्तु है। उनका मानना था, कि भारत तो गरीब देशो की शरणी में आता है, इसलिए भारत में नई टेक्नोलॉजी का क्या काम है।
Prime Minister Narendra Modi launches e-RUPI, an electronic voucher promoting digital payment solution, via video conferencing pic.twitter.com/n7a1wSiuTu
— ANI (@ANI) August 2, 2021
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कहा गया, कि जब देश की जनता द्वारा हमें चुना गया, तो भाजापा की सरकार डिजिटल क्रांति और टेक्नोलॉजी को राष्ट्रीय मिशन बनाने की बात किया करती थी, तो बहुत से नेता और कुछ विशेष किस्म के विशेषज्ञ सवाल उठाते थे। वर्तमान में आत्मनिर्भर राष्ट्र की ओर अग्रसर देश ने उन नेता और विशेषज्ञो के नकारात्मक विचारो को गलत सिद्ध किया है। आज देश की सोच नई और भिन्न है। आज पूरा विश्व यह देख रहा है, कि किस प्रकार भारत में तकनीक और पारदर्शिता से कार्यो में ईमानदारी ला रही है।