
भारत चीन सीमा पर तनाव के बीच देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक बार फिर रूस के दौरे पर हैं। जहां वो शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में शामिल हो रहे हैं।
Russian Defence Minister Sergey Shoigu thanked Defence Minister of India Rajnath Singh for visiting Moscow in June and highlighted colossal potential of collaboration between #Russia and #India. Military and military & technical cooperation were discussed. pic.twitter.com/Y3y7jM4Oxi
— Russia in India (@RusEmbIndia) September 3, 2020
गुरुवार को राजनाथ सिंह की मुलाकात रूस के रक्षा मंत्री सर्गी से हुई। दोनों नेताओं के बीच इस दौरान एक ऐसा फैसला हुआ जो पाकिस्तान के लिए एक ओर बड़ा झटका है।
गुरुवार को दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के मध्य हुई बैठक में करीब एक घंटे तक जरुरी मामलो पर चर्चा हुई। भारत की विशेष मांग पर रूस ने भारत को भरोसा दिलाया कि वो पाकिस्तान के साथ नो आर्म्स सप्लाई की पॉलिसी जारी रखेगा। इसका मतलब यह है की पाकिस्तान को किसी तरह के बड़े हथियार सप्लाई नहीं किए जाएंगे।
रूस के दौरे पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को मास्को ने भरोसा दिया है कि वह पाकिस्तान को हथियार नहीं देगा। इससे पहले रूस ने पाकिस्तान को आधा दर्जन हेलिकॉप्टर दिए थे। जिसका भारत ने विरोध किया था। इसके बाद रूस ने इन हेलिकॉप्टर्स की सप्लाइ को रोक दिया था। रूस ने यह आश्वासन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ गुरुवार शाम को बैठक के दौरान दिया।
गौरतलब है कि कई मोर्चों पर रूस ने भारत का खुलकर समर्थन किया है। फिर चाहे वो हथियार पहुंचाना हो या फिर वैश्विक मंच पर भारत के हक में आवाज उठाना हो यही कारण है कि चीन से जारी तनाव के बीच ये दौरा काफी अहम हो जाता है।
भारत और रूस के सैनिक जल्द ही अंडमान सागर के पास व्यापक युद्धाभ्यास करने जा रहे हैं। राजनाथ सिंह की यात्रा के दौरान भारत और रूस ने अत्याधुनिक एके-203 रायफल भारत में बनाने के लिये एक बड़े समझौते को अंतिम रूप दे दिया। इसके अलावा भारत के सुरक्षा से जुड़े मामलों पर रूस ने पूरे साथ का भरोसा भी दिया है।
इस बैठक में रूस ने भारत के मेक इन इंडिया प्रोग्राम का समर्थन किया राजनाथ सिंह का बीते कुछ वक्त में ये दूसरा रूस दौरा है। पिछली बार भी वह चीन के साथ तनाव के बीच रूस पहुंचे थे। जहां कई बड़े हथियारों की डील हुई थी। रूस ने भारत को जल्द से जल्द हथियारों और अन्य सामानों की सप्लाई का भरोसा दिया था।