
पश्चिम बंगाल में में जैसे – जैसे चुनाव नजदीक आ रहे है। वैसे – वैसे हिंसात्मक राजनीतिक दौर पहले से तेज हो गया है। पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तर 24 परगना जिले में स्थित टीटीगढ़ पुलिस स्टेशन में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के बाद एक बार तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है।
भाजपा कार्यकर्ता की हत्या से भाजपा के कार्यकर्ताओ में गुस्सा हैं। इसी के मद्देनजर भाजपा संगठन द्वारा आज 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है। वहीं इस मामले में सीबीआई से जांच की मांग भी की जा रही है।
पश्चिम बंगाल में हो रही लगातार राजनीतिक हिंसा को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ द्वारा चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और शीर्ष अधिकारियों को समन भेजा है। राज्यपाल ने रविवार रात इस संबंध में एक ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ द्वारा अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था और टीटागढ़ से पार्षद मनीष शुक्ला की कायरतापूर्ण हत्या को लेकर मुख्यमंत्री और अधिकारियों को तलब किया गया है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के अलावा पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) हरि कृष्ण द्विवेदी और पुलिस महानिदेशक श्री वीरेंद्र को भी तलब किया है।
जानकारी के लिए आपको बता दे पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में एक भाजपा नेता की पुलिस थाने के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। कातिल मोटरसाइकिल पर मास्क लगाकर आए हुए थे। जानकारी के अनुसार तीतागढ़ पुलिस स्टेशन से मात्र कुछ गज की दूरी पर हमलावरों ने मनीष शुक्ला पर पीछे से कई गोलियां दागी जिसके कारण उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मनीष के दो सहयोगी बीजेपी कार्यकर्ता भी उन्हें बचाने के चक्कर में घायल हो गए।
मनीष शुक्ला बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र के स्थानीय सांसद अर्जुन सिंह के करीबी थे और दो साल पहले उनके साथ ही बीजेपी में शामिल हो गए थे। सांसद अर्जुन सिंह और मनीष शुक्ला पहले दोनों टीएमसी में थे।
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराये जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के शासन काल में थाने के सामने भाजपा कार्यकर्ता को बेहरहमी से मार दिया जाता है परन्तु प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं हुई ऐसे में ममता की पुलिस पर उन्हें विश्वास नहीं है उन्होंने सांसद अर्जुन सिंह की जान को भी खतरा बताया।