
कलियुग में रिश्तो की मर्यादा को तार तार करने का एक मामला उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सामने आया है। स्थानीय पुलिस ने बताया कि करोडो की सम्पति के लालच में एक व्यक्ति को उसके भोजन में नशीला पदार्थ मिलाकर देने के साथ ही शारीरिक एवं मानसिक यातनाये दे रहे थे।
मामले की जानकारी देते हुए क्षेत्रीय अधिकारी सदर अनुज कुमार द्वारा बताया गया कि एक व्यक्ति द्वारा अपनी माता के निधन पर चल अचल संपत्ति पर 2013 में पंजीकृत वसीयत के आधार पर अपना दावा किया। उस व्यक्ति का कहना है कि उसकी बहन के उस पर एवं उसकी माता के जीवित रहते समय प्रॉपर्टी के लिए कई सारे केस दर्ज किये।
उस व्यक्ति की उक्त बहन विवाह के बाद से ही अपने पति के साथ मायके के एक हिस्से पर निवास करते थे। परन्तु गृह कलेश के चलते दोनों दम्पति अलग अलग रहने लगे व्यक्ति की माता ने अपने जीवन काल में अपनी प्रॉपर्टी का सौदा के प्राइवेट कंपनी के चौदह करोड़ में किया था।
व्यक्ति की माता की मृत्यु के बाद कंपनी द्वारा उसके साथ प्रॉपर्टी का करारनामा किया था। जिसके लिए उसे पहले चार करोड़ रूपए मिलने थे एवं दस करोड़ सभी औपचारिकता पूरी करने के बाद मिलने थे। इस प्रकार सौदा होते हुए देख व्यक्ति की बड़ी बहन उसके पुत्र एवं अन्य साथियो द्वारा उसके साथ शारीरिक मानसिक शोषण शुरू कर दिया।
वर्ष 2018 में उस व्यक्ति से नशे की हालत में कई अवैध कागजात पर हस्ताक्षर करवाए गए। इसके साथ ही फर्जी तरीके से पूर्व में हुई वसीयत भी रद्द करवा दी गयी। व्यक्ति द्वारा वह से भाग कर पटेलनगर पुलिस में आरोपियों के खिलाफ शिकायत की परन्तु पुलिस द्वारा मामले का संज्ञान नहीं लिया गया। मामले में अब न्यायलय के निर्देश के बाद व्यक्ति की बड़ी बहन उसके पुत्र एवं चार अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।