
वर्तमान उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं आध्यात्मिक गुरु सतपाल महाराज द्वारा आगामी विधानसभा में पहली बार अपनी किस्मत आजमाने वाली आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा, कि राज्य में आपदा के मुश्किल समय पर आप पार्टी बिना किसी ठोस आधार के बेमतलब धरना-प्रदर्शन कर राजनीतिक रोटियां सेंकने कि कोशिश कर रही है।
भाजपा के दिग्गज नेता सतपाल महाराज का यह बयान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्त्ताओ द्वारा उनके कार्यालय के समाने धरने – प्रदर्शन के उत्तर में आया है। लोनिवि कैबिनेट मंत्री महाराज द्वारा कहा, कि देहरादून – ऋषिकेश को जोड़ने वाला रानीपोखरी पुल के क्षतिग्रस्त होने के प्रकरण आप पार्टी अकारण हो हल्ला-कर नागरिको को भ्रमित कर रही है।
अतिवृष्टि के कारण अत्यधिक पानी आने से रानीपोखरी स्थित जाखन नदी पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। आम आदमी पार्टी बेवजह इस मामले को तूल दे रही है और हो-हल्ला कर, जनता को गुमराह कर रही है। हालांकि मामले की जांच व वैकल्पिक मार्गों के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं।
— Satpal Maharaj (@satpalmaharaj) September 1, 2021
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज द्वारा कहा गया, कि रानीपोखरी पुल के क्षतिग्रस्त मामले में पहले ही जांच के निर्देश दिए जा चुके हैं। इसके साथ ही संबंधित अधिकारियों को वैकल्पिक मार्ग व्यवस्था के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कुदरत और प्राकृतिक आपदा पर किसी का काबू नहीं है। वर्तमान कि भाजपा सरकार पूरे समर्पण और मुस्तैदी के साथ राज्य की भीषण प्राकृतिक आपदाओं से निपटने का हर संभव प्रयास कर रही है।
कैबिनेट सतपाल महाराज द्वारा आम आदमी पार्टी की कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए कहा, कि विपदा काल की इस घड़ी में राज्य के नागरिको की सहायता करने की बजाए आप पार्टी अपनी संकीर्ण मानसिकता का परिचय दे रही है। उन्होंने कहा, कि आप पार्टी अपने जिस दिल्ली माडल का चौतरफा गुणगान कर रही है, उसकी धज्जियां उड़ चुकी हैं, अतः आप पार्टी को यह समझ आ जाना चाहिए, कि उत्तराखंड राज्य में उसके मनसूबे कामयाब नहीं होंगे।
जानकारी के लिए बता दे, उत्तराखंड राज्य में मानसून की भारी बारिश के चलते बीती 27 अगस्त को रानीपोखरी में ऋषिकेश- देहरादून सड़क मार्ग पर जाखन नदी के ऊपर बना पुल टूट गया था। रानीपोखरी में पुल टूटने के प्रकरण पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्त्ताओं ने राजधाानी देहरादून की सड़कों बीते बुधवार को उत्तराखंड सरकार और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए धरना – प्रदर्शन किया था।